Chattisgarh : नक्सलियों के मांद में अब जवानों ने डाला डेरा(अबूझमाड़, Chattisgarh)
Chattisgarh: नक्सलियों ने कस्तुरमेटा में नया कैंप स्थापित किया, आइजी रैना ने जताई उम्मीदें
अबूझमाड़, Chattisgarh: नक्सलियों के मांद में अब जवानों ने डाला डेरा, कस्तुरमेटा में 53वीं आइटीबीपी वाहिनी ने नया कैंप स्थापित किया है। जिले के अबूझमाड़ में सर्वाधिक नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक कस्तुरमेटा में नक्सलियों के खिलाफ प्रभावी रूप से कार्रवाई के लिए नया कैंप स्थापित किया गया है।
नक्सल समस्या से प्रभावित क्षेत्र में डीआरजी, जिला बल, छत्तीसगढ़ पुलिस और आइटीबीपी के सहयोग से नया कैंप स्थापित किया गया है। इस कैंप का उद्देश्य नक्सली समस्या के खिलाफ प्रभावी रूप से कदम उठाना और क्षेत्र की जनता को सुरक्षित बनाए रखना है।
इस अवसर पर संजीव रैना, आइजी आइटीबीपी ने स्थानीय लोगों को सुरक्षित रहने के लिए आश्वासन दिया और उन्हें नक्सल आतंक से मुक्ति की उम्मीद दिखाई। इस क्षेत्र में नए कैंप स्थापित होने से नक्सलियों के गढ़ कहे जाने वाले इस क्षेत्र में निवास करने वाले लोग मुख्याधारा से जुड़ेंगे।
इस अवसर पर संजीव रैना, आइजी आइटीबीपी के साथ राणा यद्धवीर सिंह, उप महानिरीक्षक (भुवनेश्वर), अमित भाटी, सेनानी 53वीं वाहिनी, प्रभात कुमार, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर तथा आइटीबीपी व पुलिस के अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
Chattisgarh : क्षेत्र में निष्क्रियता पड़ी भारी, छत्तीसगढ़ के सात सांसदों का कटा टिकट
भाजपा की लोकसभा प्रत्याशियों की सूची ने हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव की तरह चौंकाने वाली है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 11 सीटों में से नौ सीटों पर कब्जा जमाया था। इस बार भाजपा ने 2024 के लोकसभा के लिए सात सीटों पर नए चेहरों पर दांव खेला है।
जिनके टिकट कटे, उनमें रायपुर लोकसभा संसदीय सीट से सुनील सोनी शामिल हैं। इसके साथ ही महासमुंद, कांकेर, जांजगीर-चांपा के सांसदों को भी टिकट काटी गई है।
रायपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील सोनी के बारे में भी निगेटिव फीडबैक की वजह से उन्हें टिकट कटने का खामियाजा भुगतना पड़ा। पांच वर्ष की निष्क्रियता की वजह से भी क्षेत्र की जनता मौजूदा सांसद से नाराज रही।
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Chattisgarh: आइटीबीपी के नए कैंप से नक्सलियों का बढ़ावा
कस्तुरमेटा में स्थापित किए गए नए कैंप से उम्मीद जताते हुए संजीव रैना, आइजी आइटीबीपी ने कहा, “इस क्षेत्र में आइटीबीपी का कैंप खुलने से हजारों ग्रामीणों को नक्सल आतंक से मुक्ति मिलेगी तथा शासन की विकास व कल्याणकारी योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचाया जाएगा।”
संजीव रैना ने इस क्षेत्र में नवीन कैंप की स्थापना के संकेत में बताया है कि स्थानीय लोगों को सुरक्षित रखने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों की मौजूदगी इस क्षेत्र के विकास में सहायक हो सकती है। इसके साथ ही, आइटीबीपी के नए कैंप से नक्सलियों के प्रति सुरक्षा बढ़ाने का एक और कदम है, जिससे इस क्षेत्र में स्थानीय लोगों में आत्मविश्वास बढ़ सकता है और वे सुरक्षित माहौल में रह सकते हैं। कुछ दिन पहले भी इसी जिले के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के साथ सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ में एक जवान की मौके पर हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने जिले के सुरक्षा क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।