मध्य प्रदेश

Indore : दीदी की मेहंदी और राजनीति का रंग (23 March 2024)

Indore : राजनीति के सफर में सफलता का रंग खूब चढ़ा, लेकिन जनता बस यही चाहती है कि सफलता का यह रंग सिर पर न चढ़े। विधायक उषा ठाकुर ने राजनीति में दशकों लंबा सफर तय किया है। जहां दिग्गज लड़ने से झिझकते, वह किला जीतने उषा खड़ी हो जातीं।

Indore : महू की राजनीति का ‘दरबार’ कहे जाने वाले अंतर सिंह को भी दीदी ने जमने नहीं दिया। अब दरबार ने दलों का ‘अंतर’ पाट दिया है और राजनीतिक रेखा के दूसरी ओर आकर खड़े हो गए हैं, जहां उषा ठाकुर भी मौजूद हैं। वर्षों तक राजनीतिक प्रतिद्वंदी रहे दरबार जब सौजन्य भेंट करने पहुंचे, तो दीदी के बालों में मेहंदी लगी थी। सादगी ऐसी कि वे मेहंदी लगे बालों में ही दरबार से मिलने आ गईं। वे चाहतीं तो दरबार को बाल धोने तक इंतजार करने का बोल सकती थीं। दीदी की यह सादगी अब खूब चर्चा बटोर रही है। (Indore)

Indore : बहरहाल, राजनीति के सफर में सफलता का रंग खूब चढ़ा, लेकिन जनता बस यही चाहती है कि सफलता का यह रंग सिर पर न चढ़े।लोकसभा चुनाव की घोषणा हो गई है। BJP पूरे दल-बल के साथ मैदान में उतर चुकी है। दूसरी तरफ कांग्रेस में अब भी भगदड़ मची हुई है। पार्टी के कई नेता भाजपा का दामन थाम चुके हैं। इन सबके बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी अब तक अपनी नई टीम का गठन भी नहीं कर पाए हैं। पटवारी ने 68 नामों की एक सूची आलाकमान को भेजी थी, पर अब तक इसे हरी झंडी नहीं मिल सकी है। लोकसभा चुनाव के पहले यदि पटवारी अपनी टीम नहीं बना पाए, तो उन्हें बगैर सेना के ही मैदान में उतरना पड़ेगा।

बताया जा रहा है कि पार्टी के पूर्व अध्यक्षों के करीबी नेताओं को टीम में जगह देने को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन को लेकर भी वरिष्ठ नेताओं केबीच समन्वय नहीं बना पा रहा है। इस कारण उनकी टीम गठित नहीं हो पा रही है।

Indore : चुनावी रंगों में डूब रहे फाग उत्सव

Indore : इन दिनों शहर में फाग उत्सव की धूम है। चुनावी माहौल में आयोजन भी ज्यादा और जगह-जगह हो रहे हैं। हमारे देश में राजनीति का नाता पर्व और परंपरा से भी बहुत गहरा है। यह भावनात्मक गठजोड़ का भी आसान साधन है। अब जबकि चुनावी डुगडुगी बज चुकी है, नेता परंपरा के बहाने आम जनमानस में पैठ जमाने के लिए होली और फाग उत्सव का सहारा लेने से नहीं चूक रहे हैं। फाग उत्सवों का सबसे ज्यादा लाभ सांसद शंकर लालवानी को मिल रहा है। वे एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में हैं। ऐसे में उन्हें फाग उत्सव के बहाने समाजों, संस्थाओं, महिला मंडलों से मिलने का खूब अवसर मिल रहा है। उनके दिनभर के कार्यक्रम में 15-20 फाग उत्सव दर्ज रहते हैं। फाग उत्सव भी होली के रंग से ज्यादा चुनावी रंगों से सराबोर नजर आ रहे हैं।

Indore : आचार संहिता में भी जारी धार्मिक पर्यटन की राजनीति

Indore : लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू हो चुकी है। आचार संहिता लगने के बाद जनप्रतिनिधियों और सरकार में शामिल लोगों पर कई तरह के प्रतिबंध लग जाते हैं। इसके बाद भी इंदौर में जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के मतदाताओं को किसी न किसी बहाने प्रलोभन देने में जुटे हुए हैं। हाल के विधानसभा चुनाव में इंदौर तीन विधानसभा क्षेत्र से नए-नए विधायक बने गोलू शुक्ला अपने क्षेत्र की जनता-जनार्दन को बाबा महाकाल की यात्रा करवा रहे हैं।

विधायक जी का पोस्टर-बैनर प्रेम तो उनके जन्मदिन पर पहले ही सामने आ चुका है। यात्रा पर गई वार्ड 59 की बसों पर भी उनका बड़ा-सा फोटो टंगा देखा गया। उनके फोटो के साथ उन्हें सनातनी विधायक संबोधित किया गया है। आचार संहिता में गोलू भिया को ये सनातन प्रेम कहीं महंगा न पडरे। गोलू भिया की तरफ से इस धार्मिक यात्रा का उद्देश्य अपने क्षेत्र के लोगों को धार्मिक एवं सामाजिक संदेशों को समझाना और उनके समर्थन में प्रेरित करना है।

इसी बीच, आचार संहिता की पालना और राजनीतिक पर्यटन के माध्यम से भी नेताओं ने अपनी चालें चली हैं। धार्मिक स्थलों पर उनके संदेशों का प्रचार करने के लिए उन्होंने विभिन्न यात्राएं आयोजित की हैं। इसके साथ ही, वे अपने क्षेत्र के लोगों को उनकी समस्याओं और जरूरतों का समर्थन करने का भी प्रयास कर रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के विश्वास और समर्थन को जीतना है ताकि वे चुनाव में उन्हें अपना वोट दें।

आचार संहिता की पालना के अलावा, राजनीतिक पर्यटन के माध्यम से नेताओं ने अपने प्रतिद्वंदियों के विरुद्ध धार्मिक स्थलों में धरने और प्रदर्शन करने की भी कोशिश की है। यह उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा है ताकि वे अपने समर्थकों को उत्साहित कर सकें और उन्हें अपने विरोधी के खिलाफ जुटा सकें।

इस प्रकार, Indore में चलते-चलते नेताओं के राजनीतिक सफर में धार्मिक पर्यटन का एक महत्वपूर्ण रोल है। यह उन्हें अपने समर्थकों के बीच समर्थन और विश्वास जीतने में मदद करता है और उनकी राजनीतिक रणनीति को समर्थन प्राप्त करने में सहायक होता है। इसके साथ ही, यह भी दिखाता है कि धार्मिक पर्यटन और राजनीतिक प्रतियोगिता के बीच गहरा संबंध है और इसका उपयोग चुनावी रणनीतियों में किया जा सकता है।

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रायपुर दर्शन डिजिटल न्यूज़ चैनल का एक ऐसा माध्यम है जिसमे छत्तीसगढ़ के साथ साथ देश दुनियां की सारी खबरे एक ही प्लेटफार्म में देखने मिलेंगी। हमारा उद्देश्य बदलते छत्तीसगढ़ ,नक्सलवाद का खात्मा करता छत्तीसगढ़ ,शिक्षा का अलख जगाता छत्तीसगढ़ के साथ साथ देश दुनियां में सांस्कृतिक धरोहर को बेहतर मुकाम पर दिखाना है।

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