Road Infrastructure : छत्तीसगढ़ में राजनीतिक मुद्दा बनते जा रहे हैं !
Road Infrastructure : सड़कों की अवस्था छत्तीसगढ़ में एक बड़ी समस्या बन चुकी है, लेकिन राजनीतिक दलों के लिए यह एक मुद्दा नहीं बना है। जनता को लापरवाही का नुकसान झेलना पड़ रहा है।
Road Infrastructure : सड़कों की अवस्था से जुड़े चुनावी मुद्दों को लेकर सड़कों की गुणवत्ता की निगरानी को लेकर कोई भी प्रयास नहीं किया गया है, जिससे जनता परेशान हो रही है। बिजली, पानी, और सड़कों के मुद्दों पर राजनीतिक दलों ने राजनीति चलाई है, लेकिन इन मुद्दों पर गुणवत्ता की निगरानी नहीं की गई है।
Road Infrastructure : छत्तीसगढ़ में सड़कों की अवस्था चिंताजनक है। प्रदेश में 35 हजार किलोमीटर से अधिक लंबी सड़क होने के बावजूद, इन सड़कों की हालत काफी खराब है। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, धमतरी, रायगढ़, कोरबा, अंबिकापुर, और जगदलपुर जिलों में भी समान आपत्तिजनक स्थिति है। सड़कों पर गड्ढे और ब्लैक स्पाट दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण बन रहे हैं।
Road Infrastructure : सड़कों के निर्माण और उनकी गुणवत्ता में निगरानी का अभाव है। नई सड़कों के निर्माण में अधिकतर ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है।
Road Infrastructure : सड़कों की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए संबंधित विभागों को मिलकर काम करना चाहिए। रोड इंजीनियरिंग का विशेष ध्यान देना चाहिए ताकि सड़कों की गुणवत्ता में सुधार हो सके। विभागीय मानिटरिंग को भी मजबूत किया जाना चाहिए। छत्तीसगढ़ अंतर्विभागीय लीड एजेंसिया (सड़क सुरक्षा) निदेशक ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जन जागरूकता को बढ़ावा देना चाहिए, साथ ही ब्लैक स्पाट को सुधारने के लिए अलग-अलग विभागों के माध्यम से काम किया जाना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी प्रदेश महामंत्री ने कहा कि सड़कों की स्थिति में सुधार के लिए वर्तमान सरकार को ध्यान देना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में किसी काम को ठीक से नहीं किया गया, जिससे आज जनता को भुगतना पड़ रहा है।