Mahtari Vandana Yojana : पहली किस्त का आरंभ, पीएम मोदी ने 70 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में 1,000 रुपये का हस्तांतरण किया
Mahtari Vandana Yojana के तहत 10 मार्च को छत्तीसगढ़ सरकार ने महिलाओं के खातों में 1,000 रुपये की पहली किस्त को हस्तांतरित कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘महतारी वंदन योजना’ के तहत 70 लाख 12 हजार 800 महिलाओं के खातों में 655 करोड़ 55 लाख रुपये का हस्तांतरण किया। पीएम मोदी ने बताया कि यह योजना छत्तीसगढ़ की 70 लाख से ज्यादा माताओं-बहनों को हर महीने 1,000 रुपये देने का वायदा करती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज मुझे नारी शक्ति को सशक्त बनाने वाली ‘महतारी वंदन योजना’ को समर्पित करने का सौभाग्य मिला है।” इस योजना के अंतर्गत, छत्तीसगढ़ की 70 लाख से ज्यादा महिलाओं को हर महीने 1,000 रुपये मिलेंगे। प्रधानमंत्री ने बताया कि यह योजना छत्तीसगढ़ में एक साल में करीब 8,000 करोड़ रुपये की राशि का हस्तांतरण करेगी।
Mahtari Vandana Yojana: प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में एक साल में कुल 24,000 करोड़ रुपये के विकास परियोजनाएं शुरू हो रही हैं और इससे विकास में गति आएगी।
प्रधानमंत्री ने सात मार्च को छत्तीसगढ़ में एक समारोह के माध्यम से इस योजना का शुभारंभ किया था और अब इसके पहले हस्तांतरण का आरंभ किया गया है। इस मौके पर, पीएम मोदी ने महतारी वंदन योजना को शुरू करने का सौभाग्य मिला और छत्तीसगढ़ की महिलाओं को इस योजना के माध्यम से आर्थिक समर्थन प्रदान करने का आशीर्वाद दिया।
प्रधानमंत्री ने बताया कि छत्तीसगढ़ में सरकार ने विकास की गति को तेज करने के लिए कई कदम उठाए हैं और ‘महतारी वंदन योजना’ इसका हिस्सा है। इस योजना के बारे में बताते हुए, उन्होंने कहा कि यह योजना छत्तीसगढ़ की 70 लाख महिलाओं को मासिक आय का सहारा प्रदान करने का एक और कदम है, जिससे महिलाएं अपने परिवार का आर्थिक समर्थन कर सकें। इस मौके पर महतारी वंदन योजना के तहत 1,000 रुपये की पहली किस्त का हस्तांतरण करते हुए प्रधानमंत्री ने महिलाओं को आशीर्वाद दिया और उन्हें योजना के माध्यम से मिलने वाले लाभ का आनंद लेने के लिए प्रेरित किया।
Mahtari Vandana Yojana : प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि Mahtari Vandana Yojana के तहत छत्तीसगढ़ में करीब 70 लाख महिलाएं हर महीने 1,000 रुपये प्राप्त करेंगी और इससे उनका आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। यह योजना राज्य में महिलाओं को सशक्त करने और उन्हें आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने का एक प्रमुख कदम है।
प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वाकांक्षी Mahtari Vandana Yojana की सराहना की और बताया कि इस योजना के माध्यम से महिलाओं को मिलने वाला सामाजिक और आर्थिक लाभ एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने महिलाओं को समर्पण और मेहनत की महत्ता पर बल दिया और उन्हें सशक्त बनाने के लिए सरकार के कदमों का समर्थन करने की आवश्यकता को जोर दिया। Mahtari Vandana Yojana के तहत पहली किस्त का हस्तांतरण होने से यह योजना अपने उद्देश्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाती है, जिससे छत्तीसगढ़ की महिलाएं आर्थिक रूप से स्वाबलंबी बन सकें। छत्तीसगढ़ की सरकार ने पहले ही यह दावा किया था कि Mahtari Vandan Yojana को लेकर वह गारंटी पूरी करेगी और आज का हस्तांतरण इसका सबूत है। यह योजना महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करके उन्हें और उनके परिवारों को बेहतर जीवन की दिशा में मदद करेगी।
ALSO READ THIS:
Raipur: मुख्यमंत्री के समर्थन के बाद, ‘आर्टिकल 370’ फिल्म को छत्तीसगढ़ में टैक्स-मुक्त घोषित
दैनिक राशिफल (Dainik Rashifal): 10 March 2024
Raipur Art Center: ज्ञान का केंद्र बिंदु के रूप में पहचान बना रही राजधानी को अब कला केंद्र के रूप में भी पहचान मिलेगी। नालंदा
Raipur Art Center: परिसर स्वीमिंग पूल के पीछे कला केंद्र का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। परिसर में अलग-अलग प्रशिक्षण कक्ष तैयार किए गए हैं, जहां ड्राइंग, मूर्तिकला, गायन, शास्त्रीय नृत्य, वेस्टर्न डांस, आर्ट एंड क्राफ्ट, तबला, हारमोनियम, ड्रम, की-बोर्ड इत्यादि वाद्य यंत्र सहित अन्य कलाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कला केंद्र परिसर में गाने की रिकार्डिंग के लिए रिकार्डिंग कक्ष का भी निर्माण किया गया है। परिसर के मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की समय-समय पर प्रस्तुति की सुविधा भी रहेगी। छोटे बच्चों से लेकर युवा यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगे। रविवार को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कला केंद्र का उद्घाटन करेंगे।
कला केंद्र के प्रारंभ होने से कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने और निखारने के लिए एक मंच उपलब्ध हो सकेगा। स्मार्ट सिटी के अधिकारियों ने बताया कि इसमें गायन-वादन, नृत्य कला के साथ ही पेंटिंग, ड्राइंग और मेहंदी कला का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। शास्त्रीय के साथ आधुनिक पैटर्न के वाद्य यंत्रों की भी व्यवस्था की जाएगी। संस्कृति विभाग के सहयोग से वाद्ययंत्रों के वादन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। लगभग 12 विधाओं में 300 प्रतिभागी अपनी रुचि के अनुसार कला का प्रशिक्षण ले सकते हैं। इसके अलावा यहां म्यूजिक रिकार्ड करने के लिए अत्याधुनिक रिकार्डिंग रूम भी तैयार किया गया है।