Swarnasharda Scholarship 2024 : मुख्यमंत्री श्री साय का शिक्षा पर विशेष जोर !
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने रायपुर के एक निजी होटल में आयोजित आईबीसी 24 Swarnasharda Scholarship 2024 कार्यक्रम में भाग लिया। इस कार्यक्रम में 33 जिलों की 37 टॉपर बेटियों सहित 42 विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया।
Swarnasharda Scholarship 2024 : अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने बताया कि इस पुरस्कार से न केवल बेटियों का मनोबल बढ़ा है बल्कि उन्हें आर्थिक सहायता भी मिल रही है। उन्होंने इसे एक खुशी की बात बताया और कहा कि यह पुरस्कार सही समय पर दिए जा रहे हैं, जिससे विद्यार्थियों को कॉलेज में दाखिला लेने में सहायता मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने पर विशेष जोर दे रही है।
Swarnasharda Scholarship 2024 : उन्होंने कहा कि बेटियों की पढ़ाई में स्कूल की दूरी बाधा न बने, इसलिए सरस्वती सायकल योजना की फिर से शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत स्कूल जाने वाली बेटियों को साइकिल प्रदान की जाती है ताकि वे आसानी से और सुरक्षित रूप से अपनी शिक्षा जारी रख सकें।
उन्होंने यह भी बताया कि सरकार गरीब परिवारों के होनहार बच्चों के भविष्य की चिंता कर रही है। ऐसे बच्चे जो बड़े सपने देख रहे हैं और प्रशासनिक अफसर बनकर देश की सेवा करना चाहते हैं, उनके लिए दिल्ली में ट्राइबल यूथ होस्टल की सुविधा प्रदान की जा रही है। इस होस्टल की क्षमता को बढ़ाकर 80 से 185 सीटर कर दिया गया है ताकि अधिक से अधिक बच्चों को दिल्ली में पढ़ाई के लिए नि:शुल्क व्यवस्था मिल सके। Swarnasharda Scholarship 2024
Swarnasharda Scholarship 2024 : श्रमवीर परिवारों के बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता भी मुख्यमंत्री ने जताई। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को 2 लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जा रही है, जिसमें 1 लाख रुपये स्कूटी खरीदने के लिए और 1 लाख रुपये उनकी आगे की पढ़ाई के लिए प्रदान किए जा रहे हैं। इससे ये बच्चे अपनी शिक्षा और परिवहन की समस्याओं का सामना कर सकेंगे और अपने सपनों को साकार करने के करीब पहुंच सकेंगे।
Swarnasharda Scholarship 2024 : शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने पीएम श्री योजना की शुरुआत की है। छत्तीसगढ़ के 211 स्कूल इस योजना में शामिल हैं और मुख्यमंत्री को उम्मीद है कि यह संख्या और बढ़ेगी। पीएम श्री योजना के तहत एक स्कूल को 2 करोड़ रुपये की राशि दी जा रही है, जिससे स्कूलों के इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ शिक्षा की गुणवत्ता में भी वृद्धि होगी।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है। उन्होंने नई शिक्षा नीति को लागू करने की भी घोषणा की, जिसका उद्देश्य बच्चों की स्किलिंग पर विशेष ध्यान देना है ताकि वे शिक्षा के साथ रोजगार के लिए भी पूरी तरह से तैयार हों।
कार्यक्रम को आईबीसी 24 के चेयरमैन श्री सुरेश गोयल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक श्रीमती भावना वोहरा और आईबीसी समूह के सदस्यगण भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें से एक है डिजिटल शिक्षा योजना, जिसके तहत स्कूलों में स्मार्ट क्लास रूम बनाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे बच्चों को आधुनिक और इंटरैक्टिव तरीके से शिक्षा मिल रही है। इसके अलावा, सरकार ने शिक्षकों की ट्रेनिंग पर भी विशेष जोर दिया है ताकि वे नवीनतम तकनीकों और तरीकों से बच्चों को पढ़ा सकें।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बताया कि उनकी सरकार का उद्देश्य है कि हर बच्चे को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, चाहे वह किसी भी सामाजिक या आर्थिक पृष्ठभूमि से हो। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे इन सुधारों से न केवल बच्चों का भविष्य उज्ज्वल होगा बल्कि प्रदेश का भी विकास होगा।
Swarnasharda Scholarship 2024 : सरकार ने स्कूलों में विज्ञान, गणित और अंग्रेजी जैसे विषयों पर विशेष ध्यान देने के लिए नए पाठ्यक्रम और योजनाएं शुरू की हैं। इससे बच्चों की बौद्धिक क्षमता में वृद्धि होगी और वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेंगे।
Swarnasharda Scholarship 2024 : मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही हैं। इनमें से एक योजना है ग्रामीण शिक्षा मिशन, जिसके तहत इन क्षेत्रों के स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है। इससे वहां के बच्चों को भी शहरों के बच्चों के समान शिक्षा मिल सकेगी।
इस प्रकार, मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के अपने सरकार के प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला और कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य हर बच्चे को एक उज्ज्वल और समृद्ध भविष्य प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे प्रदेश और देश का विकास संभव है, और इसके लिए उनकी सरकार निरंतर प्रयासरत है। ALSO READ THIS :