Kabirdham water sources : कबीरधाम में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देश पर जलस्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान शुरू !
Kabirdham water sources : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर कबीरधाम जिले में जलस्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान शुरू
Kabirdham water sources : कबीरधाम जिले में उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर सभी सार्वजनिक और निजी जल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता अभियान शुरू हो गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध और निर्मल पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना है। जिले के सभी सार्वजनिक एवं निजी जल स्त्रोतों की स्वच्छता के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और पीएचई विभाग इस कार्य में सक्रिय हो गए हैं।
Kabirdham water sources : जिले के विकासखण्डों में कुल 13,538 जल स्त्रोतों, जिसमें कुएं, हैण्डपंप, सोलर पंप आदि शामिल हैं, का क्लोरिनेशन किया जा रहा है। इस अभियान के तहत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा और आदिवासी बाहूल्य क्षेत्रों में भी स्वच्छता कार्य किए जा रहे हैं। उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देश पर कलेक्टर ने इस कार्य के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग, स्वास्थ्य अमला और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को संयुक्त रूप से जिम्मेदारी दी है।
अभियान की विस्तृत योजना
Kabirdham water sources : जिले के सभी विकासखण्डों में पांच-पांच दल गठित किए गए हैं, जो क्लोरिनेशन का कार्य कर रहे हैं। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग और ग्राम स्तर पर मितानिनों को भी इस कार्य में शामिल किया गया है। इन दलों का मुख्य कार्य जल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन करना और उनके आसपास की सफाई करना है, ताकि ग्रामीणों को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल मिल सके।
Kabirdham water sources : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने मौसमी और जलजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों के जल स्त्रोतों की क्लोरिनेशन और स्वच्छता सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय पंचायत की टीम द्वारा विशेष कार्य किया जाना चाहिए। इस अभियान से जिले के ग्रामीणों को शुद्ध और निर्मल पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी।
स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता
Kabirdham water sources : स्वास्थ्य विभाग ने भी इस अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को स्वच्छता के महत्व के बारे में जानकारी दी है। मितानिनों को इस कार्य में शामिल कर उन्हें जल स्त्रोतों के क्लोरिनेशन और स्वच्छता के लिए प्रशिक्षित किया गया है। मितानिन गांव-गांव जाकर लोगों को स्वच्छ पेयजल के महत्व के बारे में जागरूक कर रही हैं और जल जनित बीमारियों से बचने के उपाय बता रही हैं।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की भागीदारी
Kabirdham water sources : पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ने भी इस अभियान में सक्रिय भूमिका निभाई है। विभाग ने सभी ग्राम पंचायतों को जल स्त्रोतों की नियमित सफाई और क्लोरिनेशन करने के निर्देश दिए हैं। पंचायत स्तर पर विशेष टीमों का गठन किया गया है, जो इस कार्य को सुनिश्चित कर रही हैं। पंचायत के सदस्य और स्थानीय लोग मिलकर इस अभियान को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।
कलेक्टर के निर्देश और मॉनिटरिंग
कलेक्टर ने सभी संबंधित अधिकारियों को नियमित मॉनिटरिंग और अभियान की प्रगति की समीक्षा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जल स्त्रोतों की सफाई और क्लोरिनेशन की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए। सभी दलों को समय-समय पर जल स्त्रोतों की स्थिति की रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि अभियान सही दिशा में और समय पर चल रहा है।
अभियान के लाभ
Kabirdham water sources : इस अभियान से जिले के ग्रामीणों को शुद्ध और निर्मल पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी। स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता से जल जनित बीमारियों जैसे दस्त, हैजा, टाइफाइड आदि की घटनाओं में कमी आएगी। इसके अलावा, स्वच्छ जल स्त्रोतों से पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे ग्रामीणों की जीवन गुणवत्ता भी बढ़ेगी।
निष्कर्ष
Kabirdham water sources : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा के निर्देशन में चल रहा यह अभियान कबीरधाम जिले के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। जल स्त्रोतों का क्लोरिनेशन और स्वच्छता सुनिश्चित कर ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। इस अभियान में पंचायत एवं ग्रामीण विकास, स्वास्थ्य और पीएचई विभाग की संयुक्त भागीदारी इसे और भी प्रभावी बना रही है।
कलेक्टर की नियमित मॉनिटरिंग और अधिकारियों की सक्रियता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि अभियान समय पर और सही दिशा में चले। ग्रामीण क्षेत्रों में इस अभियान के सफलतापूर्वक क्रियान्वयन से न केवल स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में कमी आएगी, बल्कि यह एक स्वस्थ और समृद्ध समाज की स्थापना की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगा।