Malaria Prevention Campaign : उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की विशेष कार्ययोजना !
Malaria Prevention Campaign : बैगा बाहुल्य गांवों में डायरिया, मलेरिया और मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश- उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा
Malaria Prevention Campaign : उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने सुदूर वनांचल क्षेत्र चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन डीएमएफ से शीघ्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम सोनवाही के आदिवासी बालक छात्रावास में बनाए गए अस्थाई स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया और उपचार कराने आए मरीजों से चर्चा की। श्री शर्मा ने वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। Malaria Prevention Campaign
प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा कल शाम बैगा बाहुल्य सोनवाही गांव पहुंचे और पीड़ित परिवारों से मिले।
Malaria Prevention Campaign : उन्होंने ग्राम सोनवाही में 10 जुलाई को हुई दो ग्रामीणों की आकस्मिक मृत्यु पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। उपमुख्यमंत्री ने ग्रामीणों के बीच जाकर उनके दुख-सुख में शामिल होने का प्रयास किया और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
उपमुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि वनांचल सहित मैदानी क्षेत्रों में मौसमी बीमारी, डायरिया, उल्टी-दस्त और जलजनित बीमारियों का संक्रमण न हो इसके लिए प्रभावी कार्य योजना बनाने की जरूरत है। उन्होंने कलेक्टर को वनांचल क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाने और मलेरिया, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों के बचाव के लिए जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सुदूर वनांचल क्षेत्र चिल्फी, झलमला और तरेगांव जंगल के शासकीय अस्पताल में सोनोग्राफी मशीन डीएमएफ से शीघ्र क्रय करने के निर्देश दिए। उन्होंने वनांचल सभी गांवों में स्वास्थ्य शिविर, जल स्त्रोतों का क्लोरीनेशन कराने के निर्देश दिए। ग्रामीणों से चर्चा के दौरान उपमुख्यमंत्री ने कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से पूरे घटना की विस्तृत जानकारी भी ली। Malaria Prevention Campaign
कलेक्टर श्री महोबे ने बताया कि ग्राम सोनवाही में 10 जुलाई को दो ग्रामीणों की मौत हुई थी। पहले पांच ग्रामीणों की मृत्यु की बात सामने आई थी, लेकिन यह स्पष्ट हो गया कि ये मौतें अलग-अलग कारणों से हुई हैं और सभी का मृत्यु का कारण डायरिया या उल्टी-दस्त नहीं है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बीएल राज ने बताया कि 10 जुलाई को गांव में दो ग्रामीणों की मृत्यु की सूचना मिली थी। सूचना मिलते ही पास के ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झलमला के चिकित्सक और स्वास्थ्य अमला 10 जुलाई को पहुंचकर गांव के आदिवासी बालक आश्रम छात्रावास में अस्थायी रूप से अस्पताल बनाया गया और वहां ग्रामीणों का स्वास्थ्य परीक्षण शुरू किया गया। दूसरे दिन 11 जुलाई को कलेक्टर के निर्देश पर जिला स्तर और चिल्फी की अतिरिक्त स्वास्थ्य टीम को गांव में तैनात किया गया। Malaria Prevention Campaign
डॉ राज ने बताया कि 10 जुलाई को गांव के सोनसिंह पिता ईतवारी उम्र लगभग 45 वर्ष और एक महिला श्रीमती फूलबाई पति मंगल सिंह उम्र लगभग 35 वर्ष की मृत्यु की सूचना मिली थी। ग्रामीणों के मुताबिक, सोनसिंह अपने खेत से काम कर घर लौटा था और उसने तबियत खराब होने की जानकारी अपने घर वालों को दी। इसके बाद उसे उल्टियां शुरू हुईं और तीन से चार घंटे के दौरान उसकी घर पर ही मृत्यु हो गई। इसी प्रकार महिला फूलबाई की मृत्यु भी उल्टी से हुई। दोनों ग्रामीणों की आकस्मिक मृत्यु के बारे में जांच और पूछताछ के प्रथम दृष्टया में जहरीले मशरूम से फूड पॉयजनिंग की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मृत्यु का कारण स्पष्ट हो पाएगा। Malaria Prevention Campaign
ग्रामीणों से पूछताछ और चर्चा के दौरान तीन और ग्रामीणों की मौत की जानकारी दी गई।
Malaria Prevention Campaign : ग्रामीणों के मुताबिक, 8 जुलाई को सुरेश कुमार की मृत्यु अज्ञात कारणों से हुई है। इसी प्रकार, 8 जुलाई को लिलेश्वरी पति पुसु राम की मृत्यु मध्यप्रदेश के ग्राम लालखार में हुई थी। ग्राम सोनवाही मृतक का ससुराल था। जचकी होने के बाद उनके परिवार के लोग अपने घर लालखार ले गए, जहां उनकी मृत्यु हुई। 4 जुलाई को शांति बाई पति राजकुमार की मृत्यु सहसपुर लोहारा के पड़की पारा में हुई थी। मृतक महिला का ससुराल ग्राम सोनवाही था। ग्रामीणों द्वारा इन सभी की मौत को उल्टी-दस्त या डायरिया से बताया जा रहा था, लेकिन सभी मृतकों की मृत्यु की वजह अलग-अलग है।
Malaria Prevention Campaign : उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने अस्थायी स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया और वहां भर्ती मरीजों से चर्चा की। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने बताया कि ग्राम सोनवाही में 194 घर हैं, जिनकी कुल आबादी 580 है। इस गांव में 12 कुएं और 02 हैंडपंप हैं। एक मितानिन भी कार्यरत है। बीमारी के लक्षण मिलने पर गांव में लोगों का लगातार स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। 11 जुलाई को 194 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया था, जिसमें 08 लोगों को स्वास्थ्य खराब होने के कारण उप स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया।
इनमें 07 लोगों को मौसमी बुखार के लक्षण और 01 को उल्टी हो रही थी। जांच के दौरान 19 मलेरिया पॉजिटिव पाए गए। इसी प्रकार, 12 जुलाई को 144 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया जिसमें 12 को मौसमी सर्दी-बुखार के लक्षण पाए गए और उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झलमला में भर्ती कराया गया। जांच के दौरान 10 मलेरिया पॉजिटिव पाए गए। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने सभी मरीजों का बेहतर स्वास्थ्य उपचार करने के निर्देश दिए।
ALSO READ THIS :
Raipur Crime News : दूसरे राज्य से आए गए शराब धंधे के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया !