Gautam Gambhir: Retired from Politics
Gautam Gambhir ने अपने इस निर्णय के पीछे क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित की वजह बताई है। साथ ही लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने शनिवार को अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर राजनीति से दूरी बनाने के संकेत दे दिए हैं।
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उन्होंने कहा है कि मैंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुझे अपने राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध किया है, जिससे मैं क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। गौतम गंभीर ने लिखा है कि ‘मुझे लोगों की सेवा करने का अवसर देने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को ईमानदारी से धन्यवाद देता हूं। जय हिन्द!’ वहीं गौतम गंभीर के इस फैसले के बाद कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि हर कोई उनके काम के लिए गंभीर की सराहना करता है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदी सरकार में सांसदों को काम करने की इजाजत नहीं है।2019 के लोकसभा चुनाव में बड़े अंतर से दर्ज की थी जीत 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली सीट पर क्रिकेटर गौतम गंभीर ने बड़ी जीत दर्ज की थी। ‘आप’ की आतिशी और कांग्रेस नेता अरविंदर सिंघ लवली पर भारी पड़ते हुए पूर्व भारतीय क्रिकेटर 3 लाख 90 हजार के विशाल अंतर से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे। चुनावी मैदान में गंभीर ने पहली बार कदम रखा था और जीत दर्ज की थी। गंभीर ने 2018 में इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। उसके बाद से वो सेना, जवानों और बाकी सामाजिक मुद्दों पर ट्विटर के जरिए अपनी राय रखा करते थे। राष्ट्रवादी छवि बनाने के बाद से ही चर्चा थी कि गंभीर जल्द ही भाजपा ज्वॉइन कर सकते हैं। हालांकि उन्होंने इस बात को कभी माना नहीं था। क्रिकेट के मैदान पर आक्रामक रुख के लिए मशहूर रहे इस खिलाड़ी ने राजनीति में भी जोरदार शुरुआत की थी। ताबड़तोड़ रोड और धुआंधार रैलियां की थीं। अब गंभीर के अचानक इस फैसले से राजनीतिक जानकार भी थोड़ा अचंभित जरूर हैं। कांग्रेस नेता बोले- मोदी सरकार में सांसदों को काम करने की इजाजत नहीं है लोकसभा सांसद गौतम गंभीर द्वारा राजनीतिक कर्तव्यों से मुक्त करने का अनुरोध करने पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि गंभीर एक अच्छे और विनम्र व्यक्ति हैं। हर कोई उनके काम के लिए उनकी सराहना भी करता है, लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मोदी सरकार में सांसदों को काम करने की इजाजत नहीं है।