Farewell ceremony Chhattisgarh !
Farewell ceremony Chhattisgarh : निवर्तमान राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ को दी भावभीनी विदाई, मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सराहना की
Farewell ceremony Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में निवर्तमान राज्यपाल श्री विश्वभूषण हरिचंदन को विदाई समारोह के दौरान भावनात्मक विदाई दी गई। समारोह में उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों और मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सराहना की।
Farewell ceremony Chhattisgarh : स्टेट हैंगर में आयोजित इस विदाई समारोह में श्री हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ की सराहना करते हुए कहा कि यहाँ के लोगों ने उन्हें अत्यधिक स्नेह और सम्मान दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की तारीफ करते हुए कहा कि उनके सक्षम नेतृत्व में छत्तीसगढ़ तेजी से विकास की ओर अग्रसर होगा।
श्री हरिचंदन ने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की सराहना करते हुए कहा कि वे बेहद सरल और सहज व्यक्ति हैं, जो आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के उत्थान के लिए पूरी मेहनत से काम कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के विकास की उम्मीद जताई और कहा कि राज्य का भविष्य उज्ज्वल है।
Farewell ceremony Chhattisgarh : विदाई समारोह के दौरान श्री हरिचंदन ने कहा कि विदाई हर किसी के जीवन का एक हिस्सा होती है, और उन्होंने भी छत्तीसगढ़ में अपने कार्यकाल का समय बेहद अच्छा बिताया। उन्होंने यहाँ के लोगों की सरलता और स्नेह की सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ एक खूबसूरत राज्य है, जो प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीबों और वंचितों के उत्थान की दिशा में उठाए गए कदमों की भी सराहना की और कहा कि छत्तीसगढ़ में इसके सकारात्मक परिणाम देखने को मिल रहे हैं।
Farewell ceremony Chhattisgarh : उन्होंने यह भी बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया गया, जिसमें लोगों ने अपनी राष्ट्रीय भावना को प्रकट किया। श्री हरिचंदन ने सभी नागरिकों से अपने मातृभूमि की बेहतरी के लिए काम करने की अपील की और समाज को बेहतर बनाने की दिशा में योगदान देने की बात कही। उन्होंने भारत की आर्थिक स्थिति का भी उल्लेख करते हुए कहा कि देश फिलहाल पांचवीं सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है और प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने इसे दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का संकल्प लिया है।
Farewell ceremony Chhattisgarh : श्री हरिचंदन ने भारत के लोकतंत्र की सराहना की और कहा कि हमारा लोकतंत्र सभी के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने विश्व राजनीति में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका का भी उल्लेख किया और वैश्विक संघर्षों के बीच शांति के लिए भारत की भूमिका की बात की।
उन्होंने कहा कि रूस और अमेरिका के बीच मतभेदों के बावजूद भारत ने दोनों देशों से मधुर संबंध बनाए रखे हैं और शांति की दिशा में प्रयासरत है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की भारत के महत्व की सराहना की और शांति के लिए काम करने की आवश्यकता पर बल दिया।
Farewell ceremony Chhattisgarh : विदाई समारोह में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने निवर्तमान राज्यपाल श्री हरिचंदन के साथ काम करने के अनुभव को सकारात्मक बताते हुए कहा कि श्री हरिचंदन ने अपने संवैधानिक दायित्वों को पूरी निष्ठा से निभाया और प्रदेश के विकास के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। मुख्यमंत्री ने उनके कामकाज की सराहना की और उनके योगदान की प्रशंसा की।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव, कृषि मंत्री श्री राम विचार नेताम, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी, खेल मंत्री श्री टंकराम वर्मा और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े भी उपस्थित रहे। पूर्व मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल भी इस मौके पर पहुंचे और श्री हरिचंदन को शुभकामनाएं दीं।
समारोह में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव श्रीमती रेणु पिल्लै, राज्यपाल के सचिव श्री यशवंत कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी. दयानंद और श्री बासवराजू भी उपस्थित थे।
Farewell ceremony Chhattisgarh : समारोह के दौरान, निवर्तमान राज्यपाल श्री हरिचंदन ने छत्तीसगढ़ के निवासियों को भावुक विदाई देते हुए ‘जय जगन्नाथ’ और ‘जय जोहार’ के उद्घोष के साथ समारोह को समाप्त किया। उन्होंने अपने शब्दों में छत्तीसगढ़ के लोगों के प्रति अपनी गहरी भावनाओं और आभार को प्रकट किया, यह संकेत देते हुए कि वे हमेशा छत्तीसगढ़ के साथ खड़े रहेंगे और यहाँ की यादें उनके दिल में हमेशा बनी रहेंगी।
इस विदाई समारोह ने न केवल श्री हरिचंदन के योगदान को सम्मानित किया, बल्कि छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा में उनके योगदान की भी सराहना की। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की सामाजिक और राजनीतिक प्रतिष्ठा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एक सम्मानित व्यक्ति की विदाई का प्रतीक था।