Data centers in Indore : इंदौर बना डेटा सेंटर हब !
Data centers in Indore : इंदौर बन रहा है डेटा सेंटर हब, ‘कंट्रोल एस’ खोलने जा रही है अपना ग्रीन फील्ड सेंटर
Data centers in Indore : डेटा सेंटर के क्षेत्र में देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी ‘कंट्रोल एस’ अब इंदौर में अपना ग्रीन फील्ड डेटा सेंटर खोलने की तैयारी में है। इंदौर डेटा सेंटर के लिए एक प्रमुख स्थान बनता जा रहा है, क्योंकि यह भूकंप के खतरे से मुक्त है और यहां बिजली की लगातार उपलब्धता है। मध्य प्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर, जो पहले ही इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है, अब डेटा सेंटर का भी प्रमुख हब बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। अगले दो से तीन साल में इंदौर में तीन बड़े ग्रीन फील्ड डेटा सेंटर तैयार हो जाएंगे। Data centers in Indore
Data centers in Indore : अभी तक, बड़ी कंपनियां डेटा सेंटर के लिए मुंबई, चेन्नई और हैदराबाद तक सीमित रहती थीं, लेकिन अब वे भी इंदौर की ओर रुख कर रही हैं। डेटा सेंटर के क्षेत्र में देश की चौथी सबसे बड़ी कंपनी ‘कंट्रोल एस’ भी अब इंदौर में अपना ग्रीन फील्ड डेटा सेंटर तैयार करेगी। फिलहाल, कंपनी हैदराबाद सहित देश के कई शहरों में अपने डेटा सेंटर संचालित कर रही है।
Data centers in Indore : जबलपुर में होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव में कंपनी के प्रतिनिधि इस संबंध में अपना प्रस्ताव मुख्यमंत्री मोहन यादव के समक्ष रखेंगे। इसके अलावा, मुंबई की योटा कंपनी ने भी इंदौर और भोपाल में अपना ग्रीन फील्ड डेटा सेंटर शुरू करने की इच्छा पिछले दिनों मुंबई में मुख्यमंत्री के साथ हुए संवाद में जताई है।
यह भी ध्यान देने योग्य है कि इंदौर में वर्ष 2015-16 में पहली बार डेटा सेंटर शुरू करने वाली रेकबैंक कंपनी भी पीथमपुर में चार एकड़ में अपना पहला ग्रीन फील्ड डेटा सेंटर निर्माण कर रही है। इसके अलावा, कंपनी ने सुपर कॉरिडोर पर भी ऐसा ही एक डेटा सेंटर तैयार करने का प्रस्ताव तैयार किया है।
डेटा सेंटर की आवश्यकता क्यों है?
Data centers in Indore : डेटा सेंटर में डिजिटल डेटा संग्रहीत किया जाता है, जिसमें प्रोसेसिंग के लिए सर्वर लगाए जाते हैं। यहां रखा गया डेटा वायरस से सुरक्षित रहता है। डेटा सेंटर में किसी भी डेटा को कम से कम पांच साल के लिए सुरक्षित रखा जाता है। सामान्यत: जिस तरह से हम अपने मोबाइल में फोटो, वीडियो, और डाक्यूमेंट्स को सेव करके रखते हैं, उसी तरह डेटा सेंटर में बड़ी मात्रा में फाइलें आदि सेव की जाती हैं। सोशल साइट्स पर जो भी डेटा हम सुरक्षित रखते हैं, उसके लिए भी डेटा सेंटर की आवश्यकता होती है।
इन उद्योगों को मिलेगा बल
Data centers in Indore : डेटा सेंटर की स्थापना से आईटी और एआई कंपनियों की संख्या में वृद्धि होगी। डिजी सेट तैयार करने वाली इंडस्ट्री में भी बढ़ोतरी होगी। डेटा सेंटर तैयार करने वाली कंपनियों के लिए ग्रीन एनर्जी की बाध्यता होने के कारण सोलर इंडस्ट्री को भी बढ़ावा मिलेगा। डेटा सेंटर के हार्डवेयर तैयार करने वाली कंपनियों में भी इजाफा होगा।
इंदौर बना पहली पसंद
Data centers in Indore : इंदौर में बिजली की पर्याप्त उपलब्धता और यहां की औद्योगिक नीतियां आईटी और डेटा सेंटर के लिए सुगम हैं। इसके अलावा, इंदौर का भूकंपरोधी क्षेत्र में होने के कारण यह निवेश के लिए सुरक्षित स्थान है। डेटा सेंटर की स्थापनाओं के लिए इंदौर एक प्रमुख स्थल के रूप में उभर रहा है।
इंदौर की बढ़ती महत्ता
इंदौर की भौगोलिक और औद्योगिक स्थिति इसे डेटा सेंटर हब के रूप में विकसित कर रही है। यहां की स्थिर बिजली आपूर्ति, भूकंपरोधी क्षेत्र, और आईटी व डेटा सेंटर अनुकूल नीतियां इसे डेटा सेंटर के लिए पहली पसंद बना रही हैं। बड़ी कंपनियां जैसे कंट्रोल एस और योटा यहां अपने डेटा सेंटर स्थापित कर रही हैं, जिससे इंदौर की महत्ता और भी बढ़ रही है। Data centers in Indore
डेटा सेंटर की स्थापनाओं से न केवल इंदौर के औद्योगिक विकास में वृद्धि होगी, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे। डेटा सेंटर के लिए आवश्यक ग्रीन एनर्जी की बाध्यता से सोलर इंडस्ट्री को भी प्रोत्साहन मिलेगा। इसके साथ ही, डेटा सेंटर के हार्डवेयर निर्माण करने वाली कंपनियों को भी बल मिलेगा।
इस प्रकार, इंदौर डेटा सेंटर हब के रूप में तेजी से उभर रहा है और आने वाले समय में यह क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
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