Manrega Employment 2024 : 6 महीने में सृजित हुए 10 करोड़ मानव दिवस !
Manrega Employment 2024 : रायपुर: मनरेगा में छत्तीसगढ़ ने तोड़ा चार साल का रिकॉर्ड
Manrega Employment 2024 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ ने मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना) के तहत एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। अप्रैल माह में 2 करोड़ 57 लाख और मई माह में 3 करोड़ 15 लाख से अधिक मानव दिवस रोजगार के अवसर सृजन कर यह नया रिकॉर्ड बनाया गया है। इस प्रकार, पिछले चार साल में अप्रैल और मई में सृजित मानव दिवस का आंकड़ा छत्तीसगढ़ ने पार कर लिया है।
पिछले छह महीने में रोजगार सृजन और विकास कार्य
Manrega Employment 2024 : वित्तीय वर्ष 2024-25 में, पिछले छह महीनों में 10 करोड़ 93 लाख मानव दिवस सृजित हुए हैं, जबकि 1 लाख 73 हजार निर्माण कार्य पूरे किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ राज्य ने ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और रोजगार के मामले में तेजी पकड़ी है। मनरेगा योजना के तहत, राज्य ने न केवल मजदूरों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए हैं, बल्कि उनके जीवन में व्यापक बदलाव भी लाए हैं।
वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल और मई का प्रदर्शन
Manrega Employment 2024 : वित्तीय वर्ष 2024-25 में अप्रैल में 2 करोड़ 57 लाख और मई में 3 करोड़ 15 लाख रोजगार सृजित हुआ है। इस प्रकार, मई तक 5 करोड़ 72 लाख से अधिक मानव दिवस का रोजगार सृजन कर, छत्तीसगढ़ ने पिछले चार वित्तीय वर्षों के मुकाबले एक नई उपलब्धि हासिल की है। वर्ष 2021-22 में मई तक 4 करोड़ 81 लाख, वर्ष 2022-23 में 1 करोड़ 19 लाख, और वर्ष 2023-24 में 4 करोड़ 49 लाख रोजगार सृजित हुआ था।
जल संरक्षण और अमृत सरोवर योजना
Manrega Employment 2024 : मनरेगा योजना के तहत, जल संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कार्य किए जा रहे हैं। अमृत सरोवर योजना के तहत, प्रतिदिन लगभग 59 हजार से अधिक श्रमिकों को रोजगार मिल रहा है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। इस योजना की सराहना केंद्र स्तर पर भी की गई है। आगामी चार वर्षों में, 8966 ग्राम पंचायतों में अमृत सरोवर निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जिससे प्रत्येक ग्राम पंचायत को लाभान्वित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय का दृष्टिकोण
Manrega Employment 2024 : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में, राज्य सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका संवर्धन सुनिश्चित करने का कार्य किया है। राज्य की सरकार ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार प्रदान करने के साथ-साथ जल संरक्षण की दिशा में भी महत्वपूर्ण कदम उठा रही है। अमृत सरोवर योजना के तहत, राज्य के कार्यों को केंद्र स्तर पर सराहा गया है। इस योजना के अंतर्गत, प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायत को लाभान्वित किया जा रहा है।
माओवादी प्रभावित क्षेत्रों में रोजगार के अवसर
Manrega Employment 2024 : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री श्री विजय शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री साय के नेतृत्व में नियद नेल्लानार योजना के अंतर्गत माओवादी प्रभावित इलाकों के 87 ग्रामों में मनरेगा योजना से व्यापक पैमाने पर कार्यों की स्वीकृति कर रोजगार के अवसर मुहैया कराए जा रहे हैं। इससे अंदरूनी क्षेत्रों में ग्रामीणों को स्थानीय स्तर पर रोजगार प्राप्त हो रहा है। वनाधिकार पट्टाधारी परिवारों को हितग्राहीमूलक कार्यों के माध्यम से जीवन स्तर को ऊंचा उठाने का प्रयास किया जा रहा है।
विभागीय समीक्षा और क्रियान्वयन रणनीति
Manrega Employment 2024 : प्रदेश स्तर पर, विभागीय अधिकारियों को नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए गए हैं। राज्य के ग्रामीण इलाकों में मनरेगा को रोजगार सृजन के साथ-साथ आजीविका संवर्धन हेतु निरंतर प्रयास किया जा रहा है। इस दिशा में, राज्य स्तर से बेहतर क्रियान्वयन रणनीति का परिणाम है कि मनरेगा नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।
मनरेगा के प्रभाव
मनरेगा योजना के प्रभाव को देखकर स्पष्ट होता है कि छत्तीसगढ़ में विकास और रोजगार की दिशा में तेजी आई है। इस योजना ने न केवल ग्रामीण श्रमिकों को रोजगार के अवसर प्रदान किए हैं, बल्कि उनके जीवन में भी महत्वपूर्ण बदलाव लाए हैं। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में, छत्तीसगढ़ राज्य ने मनरेगा के माध्यम से विकास और रोजगार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छुआ है।
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