Rain in Chhattisgarh : 32 मिमी बारिश के बाद छत्तीसगढ़ में उमस और जलभराव !
Rain in Chhattisgarh : गर्मी की छुट्टी: 32 मिमी वर्षा के बाद प्रकृति में हरियाली बिखरी
Rain in Chhattisgarh : शनिवार की शाम तेज आंधी और बादलों की गर्जना के साथ हुई 32 मिलीमीटर झमाझम वर्षा के बाद मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। ऐसा लगा जैसे रविवार को गर्मी की छुट्टी मिल गई हो। वर्षा के बाद प्रकृति में चारों ओर हरियाली बिखर गई, जिससे वातावरण एकदम ताजगी भरा हो गया। हालांकि, इस मौसम बदलाव से उमस बढ़ गई है, जिससे लोगों को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। Rain in Chhattisgarh
Rain in Chhattisgarh : जलभराव की समस्या
बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई थी। विनोबा नगर, हंसा विहार, तोरवा, सरकंडा, बंधवापारा, मंगला और सिरगिट्टी सहित पुराना बस स्टैंड क्षेत्र में पानी भर गया था, जिससे स्थानीय निवासियों को आवागमन में काफी मुश्किलें आईं। कई घरों में पानी घुस जाने से सामान का नुकसान हुआ और सफाई के लिए अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ी। राहत की बात यह रही कि रविवार को स्थिति सामान्य हो गई। Rain in Chhattisgarh
नगर निगम की तैयारियों पर सवाल
शहर के प्रमुख इलाकों में जलभराव की समस्या ने नगर निगम की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि जल निकासी की व्यवस्था बेहतर नहीं होने के कारण हर साल बारिश के दौरान उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। नगर निगम के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जलभराव की समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। Rain in Chhattisgarh
स्वास्थ्य समस्याएं
उमस बढ़ने के कारण न्यायधानी में लोगों को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। डॉ. एम.एस. राजू के मुताबिक, उमस के कारण शहर के अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है। डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, त्वचा संबंधी समस्याएं और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। लोगों को अपनी सेहत का ख्याल रखने की सलाह दी जा रही है और इसके लिए कुछ सामान्य उपाय करने की आवश्यकता है।
उमस बढ़ने पर यह करें
पर्याप्त पानी पिएं
उमस के दौरान शरीर से अधिक पसीना निकलता है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं।
सूती कपड़े पहनें
सूती कपड़े शरीर को ठंडा रखते हैं और पसीने को सोखते हैं। हल्के रंग के कपड़े पहनने से धूप और गर्मी का असर कम होता है।
संयमित भोजन करें
उमस के दौरान भारी और तली-भुनी चीजें खाने से बचें। फलों, सब्जियों और सलाद को अपने आहार में शामिल करें। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करते हैं।
धूप से बचें
सीधे धूप में बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर जाना जरूरी हो तो छाता, टोपी और सनस्क्रीन का उपयोग करें।
व्यायाम का समय बदलें
उमस के दौरान सुबह और शाम के समय ही व्यायाम करें, जब तापमान कम होता है।
ठंडे पानी से स्नान करें
दिन में दो बार ठंडे पानी से स्नान करने से ताजगी महसूस होती है और शरीर का तापमान नियंत्रित रहता है।
मौसम की भविष्यवाणी
प्री मानसून के आगमन के साथ ही बिलासपुर में मौसम ने करवट ली है। 32 मिलीमीटर वर्षा दर्ज होने के बाद शहर में उमस का प्रभाव तेजी से बढ़ गया है, जिससे आमजन को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उमस के कारण लोग बेहाल हैं और सेहत संबंधी समस्याओं का भी सामना कर रहे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, सोमवार से बुधवार तक प्रदेश में बारिश की गतिविधि कम होने की संभावना है। 13 जून से प्रदेश में फिर बारिश की गतिविधि बढ़ेगी और इसके अगले दो से तीन दिनों में दक्षिण छत्तीसगढ़ के साथ ही रायपुर में भी मानसून प्रवेश की संभावना है। Rain in Chhattisgarh
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि दक्षिण पश्चिम मानसून के मध्य अरब सागर के शेष भाग, महाराष्ट्र के कुछ भाग और तेलंगाना में अगले दो से तीन दिनों में आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं। रविवार को प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश के साथ बिजली भी गिर सकती है। शनिवार को बलरामपुर में सर्वाधिक तापमान 42.5 डिग्री रहा, जबकि रायपुर का अधिकतम तापमान 40.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27.7 डिग्री दर्ज किया गया। Rain in Chhattisgarh
आरंग में आंधी तूफान
आरंग में आंधी तूफान से जनजीवन प्रभावित रहा। आंधी तूफान के चलते पेड़ों की शाखाएं टूटकर सड़कों पर गिर गईं, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। डीडी कॉलोनी में 20 घंटे बिजली बंद रही और दो दिन तक पानी की सप्लाई भी प्रभावित रही। इसके साथ ही गुंडरदेही, महासमुंद, मगरलोड, तेलूंगा में हल्की बारिश भी हुई।
इस प्रकार, बारिश ने एक ओर जहां गर्मी से राहत दिलाई है, वहीं दूसरी ओर जलभराव और उमस ने लोगों की परेशानियों को बढ़ा दिया है। नगर निगम को जल निकासी की बेहतर व्यवस्था के लिए ठोस कदम उठाने होंगे, ताकि लोगों को जलभराव की समस्या से निजात मिल सके। साथ ही, लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है, ताकि उमस और बारिश के कारण उत्पन्न समस्याओं से बचा जा सके।