भाजपा के संकल्प पत्र: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का दावा – ‘Janta की मर्जी ही मोदी की मर्जी है
भाजपा के संकल्प पत्र पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा, “Janta की मर्जी ही मोदी की मर्जी है”
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि Janta की मर्जी को मोदी ने ध्यान में रखते हुए भाजपा के संकल्प पत्र को तैयार किया है। इस पत्र के तैयार होने में देश भर से लोगों के सुझाव, चिट्ठियां और आनलाइन संदेशों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। साय ने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि यह संकल्प पत्र जनता की आस्था, आकांक्षाओं और जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।
“कांग्रेस में बिखराव हो रहा है”
Janta : साय ने कांग्रेस के संगठन में बिखराव का जिक्र करते हुए कहा कि अब इस पार्टी में बड़े-बड़े नेताओं के घर में बिखराव हो रहा है। उन्होंने कांग्रेसी नेताओं के घरों में झाड़ू लगते हुए उनके असली स्वरूप की उलझन का जिक्र किया। उन्होंने इस बदलाव को संकेत मानते हुए कहा कि यह आज की राजनीति में एक महत्वपूर्ण घटना है जो कांग्रेस को प्रभावित करेगा।
“मोदी पर अमर्यादित टिप्पणी शर्मनाक”
Janta : मुख्यमंत्री साय ने कांग्रेस के नेताओं के मोदी पर की गई अमर्यादित टिप्पणियों को शर्मनाक बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की यह अशोभनीय टिप्पणियां राजनीति की गरिमा को हानि पहुंचा रही हैं और लोकतंत्र के मूल्यों को उजागर कर रही हैं। साय ने कहा कि इस प्रकार की टिप्पणियां राजनीति की नीति और धारा के खिलाफ हैं और इन्हें लोकतंत्र के सिद्धांतों के खिलाफ उठाना चाहिए।
“जनता के द्वारा दी गई मंजूरी”
साय ने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र को तैयार करने में जनता की मंजूरी को महत्वपूर्ण मानना चाहिए। यह उनके वादों को पूरा करने के लिए एक उपयुक्त माध्यम है और इससे उनकी जनप्रियता और भाजपा के समर्थन में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा के संकल्प पत्र में Janta की मांगों और आकांक्षाओं को पूरा करने की सराहनीय कोशिश की गई है और इसे लोकतंत्र के मूल्यों का आदर्श मानना चाहिए।
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