Baba Saheb की जन्मस्थली महू में उमड़े अनुयायी, देर रात हुई भव्य आतिशबाजी बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उनकी जन्मस्थली पर महू में बड़ी संख्या में उनके अनुयायी रविवार को उमड़े। वहीं इससे पूर्व रात 12 बजे भव्य आतिशबाजी की गई।महू शहर के आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक पर रात 12 बजते ही विश्व की सबसे बड़ी डा. भीमराव आंबेडकर जयंती पर हजारों श्रद्धालुओं ने एक साथ जय भीम के नारे लगाए। इसके साथ ही भव्य आतिशबाजी शुरू हुई।
Baba Saheb : आतिशबाजी करीब 20 मिनट तक चलती रही। वहीं समता सैनिक दल द्वारा सलामी दी गई। रविवार को उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी महू पहुंचकर अंबेडकर प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। वहीं मुख्यमंत्री डा मोहन यादव का भी महू दौरा प्रस्तावित था, लेकिन यह निरस्त हो गया।
प्रदेश नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार व अन्य कांग्रेस नेता भी महू पहुंचे और बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
Baba Saheb : इसके साथ ही मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने भी माल्यार्पण किया।बता दे कि महू शहर में डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर पिछले तीन दिन से उत्सव जारी है। रविवार को बाबा साहब की जयंती पर दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे। साथ ही हजारों श्रद्धालु दो दिनों से महू में रूके हुए हैं, उन्होंने भी आज Baba Saheb के दर्शन किए। हालांकि पिछले सालों की तुलना में इस बार अनुयायियों की भीड़ कम नजर आई। अनुयायियों के लिए स्वर्ग मंदिर में लगातार भोजन दिया जा रहा है। साथ ही बौद्ध भिक्षुओं के लिए माहेश्वरी विद्यालय में रुकने व भोजन की व्यवस्था की गई। शनिवार को भी बड़ी संख्या में बौद्ध भिक्षु व अनुयायी बाबा साहब के दर्शन करने पहुंचे।
Baba Saheb : इस दौरान बौद्ध भिक्षुओं ने अस्थि कलश हाल में अनुयायियों को बौद्ध प्रार्थना कराई।घोड़े पर सवार रहे महाराष्ट्रीयन परिधान में युवक-युवतियां शनिवार को महू शहर में डा. भीमराव आंबेडकर राष्ट्रीय गौरव यात्रा निकाली गई। जिसमें बैंड-बाजे, डीजे व रथ शामिल रहे। सबसे आगे घोड़ों पर युवक व युवतियां पारंपरिक महाराष्ट्रीय परिधान में घोड़े पर सवार रहीं। वहीं रथ में बाबा साहब की तस्वीर व बौद्ध भिक्षु सवार रहे। डीजे पर महिलाएं भी पारंपरिक महाराष्ट्रीयन परिधान में नृत्य करती हुई चलती रहीं। रथों को भी विद्युत रोशनी से सजाया गया।
समिति के विवाद के कारण रद्द हुए कार्यक्रम प्रतिवर्ष होने वाला भव्य आयोजन इस बार डा. बाबासाहेब आंबेडकर मेमोरियल सोसायटी (आंबेडकर जन्मभूमि स्मारक सोसायटी) के अंतर कलह के कारण पूरी तरह फ्लॉप हो गया है।
समिति सदस्यों व सचिव के बीच चल रहे झगड़े के कारण समिति ने सभी कार्यक्रमों को निरस्त कर दिया। शनिवार को कार्यक्रम के तहत रात 9 बजे से गीत संगीत कार्यक्रम होना था। जिसमें डा. आंबेडकर की विचारधारा के ख्यात लोकशाहीर संभाजी भगत गीत-संगीत प्रस्तुत करने वाले थे। इस कार्यक्रम के लिए शाम 6 बजे से ही भीड़ जमा होना शुरू हो गई। परंतु स्मारक समिति द्वारा कार्यक्रम रद्द कर दिया गया। जिसके कारण अनुयायियों को निराश होना पड़ा।
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