Facebook और इंस्टाग्राम: चुनावी अखाड़ा
डिजिटल क्रांति और चुनाव प्रचार
Facebook and Instagram : एक समय था जब चुनावी प्रचार का माध्यम केवल बैनर, पोस्टर, रैलियां, और केनवासिंग गाड़ियों तक ही सीमित था, लेकिन डिजिटल क्रांति के बाद यह स्थिति पूरी तरह से बदल चुकी है। इंटरनेट मीडिया ने चुनावी अखाड़े को बदल दिया है, जहां राजनैतिक पार्टियां एक दूसरे के खिलाफ उग्रवाद करती हैं।
चुनावी कार्टून वार: राजनैतिक उपहास
Facebook और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म अब चुनावी जंगल का मुख्य मैदान बन गए हैं, जहां राजनैतिक पार्टियां कार्टून वार के रूप में आपस में हमले करती हैं। इन कार्टूनों के माध्यम से पार्टियों ने एक-दूसरे पर हस्तक्षेप किया है और राजनीतिक संदेश प्रसारित किया है।
डिजिटल प्रचार की शक्ति
इंटरनेट मीडिया की शक्ति और प्रभाव को देखते हुए, राजनैतिक पार्टियां अपनी योजनाओं को इन मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से व्यापक रूप से प्रचारित कर रही हैं। इससे उन्हें लोगों तक आसानी से पहुंच मिल रही है और वे अपने संदेश को व्यापक रूप से प्रसारित कर पा रहे हैं।
सारांश:
इंटरनेट मीडिया ने चुनावी प्रचार के ढंग को बदल दिया है, और आज कार्टून वार राजनैतिक प्रचार का एक प्रमुख तंत्र बन गया है। इसमें Facebook और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स का बड़ा योगदान है, जो राजनैतिक पार्टियों को उनके संदेश को लोगों तक पहुंचाने में मदद कर रहे हैं।
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