चुनावी दिन में बस्तर: BJP और Congress के नेताओं की रैलियों में चरित्र और चुनौतियों का मुकाबला
छत्तीसगढ़ लोकसभा चुनाव: बस्तर में मतदान से पहले BJP और कांग्रेस ने चुनावी रैलियों को लेकर आपसी मुकाबला तेज कर दिया है। 8 अप्रैल को बस्तर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा का निर्धारण होने के बाद, कांग्रेस ने बस्तर में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, और मल्लिकार्जुन खरगे के दौरे की रणनीति बनाई है। इस प्रस्ताव को एलिसीसी (AICC) को भेजा गया है।
BJP and Congress : राज्य कांग्रेस कमेटी ने बस्तर में राष्ट्रीय नेताओं के दौरे की मांग की है। दूसरे सप्ताह में, बस्तर में राष्ट्रीय राजनेताओं की सभाएं होंगी। BJP और कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी और सह-प्रभारी इस सप्ताह में बस्तर दौरे पर जाएंगे। BJP ने बड़ी सभाओं के लिए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंप दी है। कांग्रेस ने भी भीड़ जुटाने के लिए विधानसभा वार रणनीति तैयार की है।
राज्यों के मुख्यमंत्रियों और राष्ट्रीय नेताओं का बस्तर दौरा अनुमानित है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा, और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव चुनावी सभाओं में शामिल हो सकते हैं, जबकि कांग्रेस के स्टार प्रचारक में तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू शामिल हो सकते हैं।
BJP के स्टार प्रचारक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह, स्मृति ईरानी, अर्जुन मुंडा, ज्योति राजे सिंधिया, योगी आदित्यनाथ, हिमंत बिस्व सरमा, मोहन यादव, शिवराज सिंह चौहान, नितिन नबीन, लता उसेंडी, और अन्य शामिल हैं। कांग्रेस के स्टार प्रचारक में मल्लिकार्जुन खरगे, सचिन पायलट, रजनी पाटिल, और अन्य शामिल हैं। इसके अलावा, विभिन्न पार्टियों के नेता भी चुनावी प्रचार में शामिल होंगे।
चुनावी महाकवि रवींद्रनाथ ठाकुर ने कहा था, “जल्दी आओ, पलक ताल में, कहीं संगीत भरी नीली रात होगी।” इसी तरह, चुनावी मौसम में भी राजनीतिक पलटन की उम्मीद है। राजनीतिक दलों ने अपने चुनावी संगठन को तैयार कर लिया है, और अब जनता के बीच अपनी विचारधारा को साझा करने के लिए तत्पर हैं।
चुनावी रैलियों के माध्यम से, दलों ने अपने नेताओं के उपस्थिति के साथ जनता को अपने विचारों को साझा करने का वादा किया है।
BJP के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के अन्य चरismatic नेताओं की भाषण के माध्यम से, उन्होंने अपने विकास कार्यक्रमों और नीतियों को जनता के बीच प्रस्तुत किया है। वहीं, कांग्रेस के नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, और अन्य महत्वपूर्ण नेताओं के भाषण में, वे अपनी पार्टी की नीतियों और कार्यक्रमों को जनता के सामने रखेंगे।
इस चुनाव में राजनीतिक दलों की प्रबल भाषणों, रैलियों और दौरों के माध्यम से, जनता को अपनी पकड़ में लेने का प्रयास है। उनकी योजनाएं, नीतियां, और कार्यक्रमों को लेकर चर्चाएं चल रही हैं, और जनता को यह तय करना है कि कौन उनके मुद्दों और आशाओं को सबसे अच्छे से समझता है और किसे वे अपना विश्वास देना चाहते हैं।
चुनाव क्षेत्रों में नेताओं के दौरे का आयोजन किया जा रहा है, जिससे कि वे जनता के साथ सीधे संवाद कर सकें और अपने दृष्टिकोण को समझा सकें। इसके अलावा, नेताओं के द्वारा सभाओं और विभागीय घोषणाओं के माध्यम से, उन्होंने जनता को अपने नेतृत्व में आने के लिए प्रेरित किया है। यह चुनाव अहम है, क्योंकि इसमें लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को निरंतर बढ़ावा दिया जा रहा है और जनता को अपने प्रतिनिधि का चयन करने का मौका मिल रहा है।
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