Important News : बच्चों में Kidney रोगों के लिए पेरेटोनियल डायलिसिस एक सस्ता और सुलभ उपाय है
बच्चों में Kidney रोगों के लिए पेरेटोनियल डायलिसिस एक सस्ता और सुलभ उपाय है जिसे छोटे शहरों और गांवों में पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इस प्रक्रिया में बड़ी मशीन और ट्रेनिंग की आवश्यकता नहीं होती है, और इसे आसानी से किया जा सकता है। पेरिटोनियल डायलिसिस के माध्यम से बच्चों की किडनी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है, और इसे छोटे शहरों और गांवों में भी पहुंचाने का प्रयास हो रहा है।
भारत में पेरिटोनियल डायलिसिस को लाए गए 40 वर्षों से अधिक का समय हो गया है, लेकिन इसकी पहुंच अभी भी बड़े शहरों तक ही सीमित है। छोटे शहरों और गांवों में इस प्रक्रिया की पहुंच को बढ़ाने के लिए लॉजिस्टिक, ट्रेंड स्टाफ और इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी को ध्यान में रखते हुए, इसके लिए विशेष हैंड्स-ऑन वर्कशॉप्स का आयोजन किया जा रहा है।
कांफ्रेंस की आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डा. शिल्पा सक्सेना ने बताया कि बच्चों में किडनी की बीमारियों का प्रबंधन करने के लिए शिशु रोग विशेषज्ञों को पेरिटोनियल डायलिसिस की प्रक्रिया सीखने की आवश्यकता है। इसका उदाहारण देते हुए, वे बताईं कि इस प्रक्रिया को आसानी से किया जा सकता है, और यह बच्चों में किडनी समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकता है।
डा. कीर्तिसुधा मिश्रा ने बताया कि भारत में किडनी इंजुरी का सबसे बड़ा कारण डायरिया और डिहाइड्रेशन है, और जब यह गंभीर हो जाता है, तो Kidney इंजुरी की आशंका बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि बच्चों में किडनी इंजुरी के 80 प्रतिशत मामलों में डायरिया और डिहाइड्रेशन का ही कारण होता है। इस तथ्य को मदद करते हुए, इसे सबसे अधिक जरूरतमंद स्थानों तक पहुंचाने के लिए यह हैंड्स-ऑन वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है।
ALSO READ THIS:
Rashifal : 4th March 2024 (Dainik Rashifal)
Goa : Beauty of Cotigao Wildlife Sanctuary in Goa
Filmmaking: Exploring Techniques
कांफ्रेंस में प्रमुख विषयों पर ज्ञानवर्धन के लिए राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विशेषज्ञों की भाषणें दी गईं, जिसमें पेडिएट्रिक्स डायलिसिस, बच्चों में एक्यूट Kidney इंजुरी, स्टेरायड के प्रबंधन, बच्चों में हाईपरटेंशन गाइडलाइन्स, और यूटीआइ मैनेजमेंट शामिल थे। इसके अलावा, बच्चों की Kidney समस्याओं के इलाज की नवीनतम रिसर्च के बारे में जानकारी भी साझा की गई।
कॉन्फ्रेंस की आयोजक सचिव डा. प्रियंका जैन और सेक्रेटरी डा. सौरभ पिपरसानिया ने मुख्य बोर्ड परिषद ने बताया कि कांफ्रेंस के दौरान प्रमुख विषयों पर बड़े पैम्पलेट्स और पोस्टर्स का प्रदर्शन किया गया था ताकि लोग इसके बारे में और भी ज्यादा जानकारी प्राप्त कर सकें।
इसके साथ ही, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञों की भाषणें दी गईं जिनमें पेडिएट्रिक्स डायलिसिस, बच्चों में एक्यूट किडनी इंजुरी, स्टेरायड के प्रबंधन, बच्चों में हाईपरटेंशन गाइडलाइन्स, और यूटीआइ मैनेजमेंट शामिल थे। इस अद्वितीय कार्यक्रम के जरिए, उपनगरीय इलाज़ के क्षेत्र में ज्ञान विस्तार किया गया और लोगों को बच्चों की किडनी समस्याओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का प्रयास किया गया।