गडकरी ने राजनीति में परिवारवाद और दलबदल पर जाहिर की चिंता……….महायुती की बनेगी सरकार
मुंबई । केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन की जीत का दावा कर कहा कि राज्य सरकार ने अच्छा काम किया है और केंद्र सरकार की योजनाओं का लोगों पर सकारात्मक प्रभाव देखने में मिल रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने राजनीति में परिवारवाद और दलबदल पर चिंता जताकर कहा कि कोई भी व्यक्ति अपनी जाति, धर्म, भाषा या लिंग के आधार पर बड़ा नहीं बन सकता, बल्कि उसे अपनी मेहनत और गुणों से ही सफलता मिलनी चाहिए।
जातिवाद और छुआछूत को खत्म करना चाहिए
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा, जातिवाद और छुआछूत को खत्म करना चाहिए और समाज में सामाजिक-आर्थिक समानता स्थापित करनी चाहिए। पिछड़ा होने को अब एक राजनीतिक स्वार्थ बना लिया गया है, जबकि यह एक भ्रम है। उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि हम अभिनेता की जाति नहीं देखते, बल्कि उसका अभिनय देखते हैं, और हम डॉक्टर से दवा लेने जाते हैं, तब उसकी जाति नहीं, बल्कि उसकी दवा की प्रभावशीलता पर ध्यान देते हैं।
राजनीति आजकल एक कारोबार बनी
राजनीति में बढ़ते परिवारवाद और दलबदल पर गडकरी ने कहा कि राजनीति आजकल एक कारोबार बनी है, जबकि पहले समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए काम होता था। उन्होंने महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी नीत महायुति की जीत का विश्वास जताकर कहा कि राज्य सरकार ने अच्छा काम किया है और केंद्र सरकार की योजनाओं ने लोगों के जीवन में बदलाव लाया है।
देश की विकास प्रक्रिया में बेहतर सड़कें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं
सड़क निर्माण को लेकर केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि देश की विकास प्रक्रिया में बेहतर सड़कें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं क्योंकि इससे पूंजी निवेश आकर्षित होता है, जिससे उद्योग, व्यापार और रोजगार में वृद्धि होती है। उन्होंने दिल्ली-देहरादून हाईवे का उदाहरण देकर बताया कि इसके पुनर्निर्माण से तीर्थयात्रियों की संख्या में ढाई गुना वृद्धि हुई, जिससे अन्य व्यवसायों के लिए भी मौके बने और रोजगार के नए अवसर भी पैदा हुए है। उन्होंने मोदी सरकार की योजनाओं के बारे में बताया कि मंत्रालय इथेनॉल, मेथनॉल और बायो-डीजल जैसे वैकल्पिक ईंधनों को बढ़ावा दे रहा है और दिल्ली-मुंबई हाईवे के निर्माण में गाजीपुर लैंडफिल से निकले कचरे का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, 15 साल पुरानी पेट्रोल और 10 साल पुरानी डीजल गाड़ियों को हटाने की नीति पर काम हो रहा है।