छत्तीसगढ़

बाल कल्याण परिषद की बैठक में बजट व संचालन संबंधी निर्णयों का अनुमोदन

रायपुर । छत्तीसगढ़ राज्य बाल कल्याण परिषद की कार्यकारिणी की बैठक परिषद कार्यालय में परिषद अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ की गई। बैठक में बच्चों से संबंधित विभिन्न योजनाओं, बजट अनुमोदन और संस्थागत विकास से जुड़े कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।

 

बजट और संचालन संबंधी निर्णयों को मिली मंजूरी

बैठक में परिषद के महासचिव चंद्रेश शाह ने एजेंडा के अनुसार विषयों की क्रमवार चर्चा शुरू की। वित्तीय वर्ष 2024-25 के ऑडिट रिपोर्ट और 2025-26 के अनुमानित बजट को कार्यकारिणी से अनुमोदन प्राप्त हुआ। पूर्व की स्टैंडिंग कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णयों का भी अनुमोदन किया गया।

 

बालगृह और दिव्यांग शिक्षा पर विशेष ध्यान

वर्तमान में संचालित बालगृह (बालक एवं बालिका) माना कैम्प, बालिका गृह कोंडागांव, वाणी, वाचन, श्रवण एवं बहु प्रशिक्षण केंद्र और दिव्यांग बच्चों की प्री-प्रायमरी शिक्षा से जुड़े कार्यक्रमों के विस्तार पर विशेष जोर दिया गया। खुला आश्रय गृह (ओपन शेल्टर होम) की प्रगति और उसकी भूमिका को लेकर भी चर्चा की गई।

 

भवन नवीनीकरण और सॉफ्टवेयर स्थापना को स्वीकृति

बैठक में अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा की कि वे माना स्थित परिषद भवन के नवीनीकरण के लिए अपने सांसद निधि से ₹15 लाख की सहायता देंगे। साथ ही स्पीच थेरेपी सेंटर में “डॉ स्पीच” सॉफ्टवेयर लगाने हेतु ₹5 लाख की स्वीकृति प्रदान की गई।

 

“डॉ स्पीच” एक आधुनिक सॉफ्टवेयर है, जिसका उपयोग दुनिया भर के स्पीच लैंग्वेज पैथोलॉजिस्ट द्वारा बोलने-सुनने की समस्याओं के निदान और इलाज के लिए किया जाता है। यह सॉफ्टवेयर छत्तीसगढ़ में स्पीच डिसऑर्डर से ग्रसित बच्चों के लिए वरदान साबित हो सकता है।

 

AIISH की तर्ज पर संस्थान की योजना

बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि राज्य में मैसूर स्थित अखिल भारतीय वाक-श्रवण संस्थान (AIISH) की तर्ज पर एक केंद्र खोलने हेतु 25-30 एकड़ भूमि चिन्हित की जा चुकी है। इससे दिव्यांग बच्चों के लिए विशिष्ट सेवाओं का विकास संभव होगा।

 

अध्यक्ष ने किया निरीक्षण, बच्चों से संवाद

बैठक के बाद बृजमोहन अग्रवाल ने पूरे परिसर का निरीक्षण किया और स्पीच थेरेपी सेंटर में बच्चों व उनके अभिभावकों से संवाद कर परिषद के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने दानदाताओं से तन-मन-धन से सहयोग देने की अपील की ताकि इस कार्य को और अधिक विस्तार दिया जा सके।

 

बैठक में पूर्व महासचिव मोहन चोपड़ा, उपाध्यक्ष डॉ. अशोक त्रिपाठी, डॉ. कमल वर्मा, कोषाध्यक्ष श्रीमती इंदिरा जैन, संयुक्त सचिव प्रकाश अग्रवाल, राजेंद्र कुमार निगम, भूपेंद्र कोटरिया, कार्यकारिणी सदस्य संजीव बसंत हुड्डार, सुनीता चंसोरिया, हर्षा जोशी, छगन भाई पटेल, हरजीत सिंह जुनेजा, श्रीमती संगीता शर्मा, और विश्वनाथ पाणिग्रही सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

 

 

 

News Desk

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button