बिहार के औरंगाबाद में एंबुलेंसकर्मियों ने मरीज को झाड़ी में फेंका, पुलिस ने किया गिरफ्तार
बिहार के औरंगाबाद से सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां एक एंबुलेंस से एक मरीज को अस्पताल ले जाया जा रहा था. इसी बीच, एंबुलेंस कर्मचारियों ने मरीज को वाहन से निकालकर झाड़ी में फेंक दिया और चले गए. इस घटना में मरीज की मौत हो गई. सड़क से गुजर रहे राहगीरों की शव पर नजर पड़ी तो उन्होंने तत्काल इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है.
घायल मरीज को रास्ते में झाड़ी में फेंका
जानकारी के मुताबिक, किसी हादसे में जख्मी होने के बाद एक शख्स को औरंगाबाद के सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. इसी बीच, गंभीर स्थिति को देखते हुए अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया. अस्पताल प्रबंधन ने एंबुलेंस के ड्राइवर, स्ट्रेचरमैन और एक और कर्मी को मरीज को हायर सेंटर पहुंचाने का जिम्मा सौंपा. इसी बीच, एंबुलेंसकर्मी और स्ट्रेचरमैन गाड़ी में मरीज को लेकर हायर सेंटर के लिए निकले, लेकिन रास्ते में ही मरीज को झाड़ी में फेंक दिया और वहां से चले गए.
पुलिस ने एंबुलेंसकर्मी को गिरफ्तार किया
इस मामले में पुलिस ने एंबुलेंस के साथ जा रहे कर्मी हरेंद्र कुमार और स्ट्रेचरमैन सुरंजन कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, पुलिस एंबुलेंस के ड्राइवर की तलाश में जुटी है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी हरेंद्र कुमार और स्ट्रेचरमैन सुरंजन कुमार ने अस्पताल प्रबंधन पर ही गंभीर आरोप लगाए हैं. दोनों ने पुलिस को बताया है कि अस्पताल के डीएस ने ही उन्हें मरीज को सड़क किनारे छोड़ने के लिए कहा था.
CCTV फुटेज से खुलासा
पुलिस ने बताया कि मरीज का शव दो दिन पहले झाड़ी में मिला था. पुलिस उसका पता लगा रही थी. इसी बीच, सदर अस्पताल के CCTV कैमरों के फुटेज को खंगाला गया. CCTV फुटेज में स्ट्रेचरमैन उक्त मरीज को एंबुलेंस में लादता नजर आया. इसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. वहीं, इस मामले में असिस्टेंट चीफ मेडिकल ऑफिसर (ACMO) के किशोर कुमार ने कहा कि यह गैर जिम्मेदाराना हरकत है. पूरे मामले की जांच की जाएगी. दोषी पाए जाने पर आरोपियों के खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी.