Vinesh Phogat Retirement News !
Vinesh Phogat Retirement News : विनेश फोगाट ने कुश्ती से लिया संन्यास, राज्यसभा में मचा हंगामा, विपक्ष ने किया वॉकआउट
Vinesh Phogat Retirement News : विनेश फोगाट को एक बड़ा झटका तब लगा जब कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग मुकाबले से पहले उनका वजन 100 ग्राम अधिक पाया गया और उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया। इस घटना के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने इसे साजिश करार दिया और यह मामला संसद में भी उठा।
विनेश फोगाट ने इस घटना के कुछ घंटों बाद ही कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट के माध्यम से यह घोषणा की। विनेश ने अपने पोस्ट में लिखा, “मां, कुश्ती मुझसे जीत गई, मैं हार गई। माफ करना। आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके हैं। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024। आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी।”
Vinesh Phogat Retirement News : इस बीच, राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर हंगामा हुआ। विपक्ष ने सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की और सदन से वॉकआउट कर दिया। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने हंगामे के बीच कहा कि सभी को अपनी भावनाओं पर काबू रखना चाहिए। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताई।
क्या विनेश फोगाट को मिलेगा सिल्वर मेडल?
Vinesh Phogat Retirement News : विनेश फोगाट ने अपनी अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपील की है। उन्होंने सेमीफाइनल मुकाबला 5-0 के अंतर से जीता था और ओलंपिक के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी थीं। विनेश और भारत की ओर से सीएएस में की गई अपील में यह कहा गया है कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए। सीएएस ने अपना अंतिम फैसला देने के लिए गुरुवार, 8 अगस्त की सुबह तक का समय मांगा है। यदि सीएएस का फैसला विनेश के पक्ष में आता है, तो आईओसी को विनेश को रजत पदक देना होगा।
हरियाणा के सीएम ने विनेश फोगाट पर किया बड़ा ऐलान
Vinesh Phogat Retirement News : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट के समर्थन में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि विनेश फोगाट को ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को मिलने वाला सम्मान, ईनाम और सुविधाएं दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारे लिए विनेश फोगाट एक चैंपियन हैं और उन पर पूरे भारत को गर्व है।”
विनेश फोगाट का कुश्ती से संन्यास
विनेश फोगाट ने अपने करियर के दौरान कई महत्वपूर्ण मुकाबले जीते और देश का नाम रोशन किया। लेकिन यह अयोग्यता का मामला उनके लिए और देश के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में लिखा कि कैसे उनकी मां का सपना और उनकी खुद की हिम्मत टूट चुकी है और उन्होंने कुश्ती को अलविदा कहने का फैसला किया है।
संसद में हंगामा और विपक्ष का वॉकआउट
इस मुद्दे पर संसद में भी जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष ने सरकार से इस मामले में दखल की मांग की और वॉकआउट कर दिया। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि सभी को अपनी भावनाओं को नियंत्रण में रखना चाहिए। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने विपक्ष के हंगामे पर नाराजगी जताई और कहा कि इस तरह के मुद्दों पर सदन में इस तरह का व्यवहार उचित नहीं है। Vinesh Phogat Retirement News
विनेश फोगाट का संघर्ष और उनकी अपील
Vinesh Phogat Retirement News : विनेश फोगाट ने अपनी अयोग्यता के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में अपील की है। उन्होंने सेमीफाइनल में शानदार प्रदर्शन कर फाइनल के लिए क्वालीफाई किया था। उनकी अपील में यह कहा गया है कि उन्हें सिल्वर मेडल दिया जाए, क्योंकि उन्होंने सेमीफाइनल में 5-0 से जीत दर्ज की थी। सीएएस का फैसला अगर विनेश के पक्ष में आता है, तो यह उनके लिए और पूरे देश के लिए बड़ी राहत की बात होगी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री का समर्थन
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट के समर्थन में बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि विनेश को ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले खिलाड़ी को मिलने वाला सम्मान, ईनाम और सुविधाएं दी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि विनेश फोगाट ने देश का नाम रोशन किया है और उन पर पूरे भारत को गर्व है। Vinesh Phogat Retirement News
निष्कर्ष
Vinesh Phogat Retirement News : विनेश फोगाट का कुश्ती से संन्यास लेना न केवल उनके लिए बल्कि पूरे देश के खेल प्रेमियों के लिए एक भावुक और दुखद पल है। संसद में इस मुद्दे पर हुए हंगामे और हरियाणा के मुख्यमंत्री के समर्थन से यह स्पष्ट है कि विनेश फोगाट के प्रति देश का सम्मान और समर्थन अब भी बना हुआ है। उनके द्वारा कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (सीएएस) में की गई अपील के परिणाम का इंतजार है, जो यह निर्धारित करेगा कि उन्हें सिल्वर मेडल मिलेगा या नहीं। विनेश फोगाट का संघर्ष और उनका समर्पण हमें हमेशा प्रेरित करेगा और हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी वे देश के लिए गर्व का कारण बनेंगी।