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शादी, हनीमून और मर्डर: सोनम निकली बेवफा, राज के लिए करा दी पति राजा की हत्या

इंदौर। इंदौर के राजा रघुवंशी की शादी सोनम से 11 मई को हुई थी और वे दोनों 20 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग रवाना हुए थे। पहले उन्होंने गुवाहाटी में कामाख्या मंदिर में माता के दर्शन किए और फिर मेघालय पहुंचे थे। 22 मई को दोनों मेघालय पहुंचे थे और दोनों ने सोहरा की यात्रा की और शिलांग में चार दिन के लिए बाइक किराए पर ले ली।

फिर दोनों मावलखैत गांव गए। इसके बाद गाइड के साथ दोनों नोंग्रियाट गांव के डबल डेकर पुल की तरफ चले गए। 24 मई के बाद से ही दोनों के फोन बंद हो गए थे। राजा रघुवंशी और सोनम रघुवंशी के हनीमून से लापता होने की कहानी सभी के लिए सस्पेंस बनी हुई थी लेकिन अब इस केस की परत दर परत खुलती जा रही है और कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं।

पुलिस ने बताया कि राजा की हत्या कराने में उनकी पत्नी सोनम रघुवंशी का हाथ था। उसने ही भाड़े के हत्यारे बुलाए थे। डीजीपी नोंगरांग ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि हत्या के सिलसिले में पत्नी समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईस्ट खासी हिल्स के एसपी विवेक सिम ने बताया कि सोमवार को मध्य प्रदेश के सागर जिले से एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। ऐसे में अब तक कुल पांच लोगों की गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।

मामले में मेघालय पुलिस ने दोपहर में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ईस्ट खासी हिल्स के पुलिस अधीक्षक विवेक सिम ने कहा कि गिरफ्तार किया गया पहला व्यक्ति ललितपुर का 19 वर्षीय आकाश राजपूत है। दूसरा आरोपी विशाल सिंह चौहान (उम्र 22 वर्ष) इंदौर का है। तीसरा राज सिंह कुशवाहा (उम्र 21 वर्ष) इंदौर का है। कल सोनम रघुवंशी गाजीपुर में थी।

आज दोपहर हमने सागर जिले से एक और आरोपी को गिरफ्तार किया। नंदगढ़ थाने में एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया है। तीसरी टीम सोनम रघुवंशी को गिरफ्तार करने के लिए जा रही है। इन लोगों ने 23 मई को वारदात को अंजाम दिया और तुरंत भाग निकले। उस समय हमें नहीं पता था कि यह एक हत्या है। हम उनकी तलाश कर रहे थे। हमने गुमशुदगी की रिपोर्ट देखी, लेकिन कोई नहीं मिला। शव 2 जून को ही मिला, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया और जांच शुरू हुई। इन 7 दिनों में एसआईटी ने पर्याप्त सबूत जुटाए।

राजा के सिर पर धारदार हथियार से वार के दो निशान थे। सोनम मुख्य आरोपियों में से एक है। शुरुआती जांच के मुताबिक, दूसरे आरोपियों ने हत्या को अंजाम दिया, लेकिन हत्या की साजिश रचने में सोनम की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। आखिर सोनम भी इतने दिनों तक अंडरग्राउंड थी। अभी यह कहना मुश्किल है कि हत्या का मकसद क्या था, लेकिन अगर हम सभी तारों को जोड़ते हैं तो पता चलता है कि राज कुशवाहा और सोनम की इसमें मिलीभगत रही होगी। राज कुशवाहा यहां नहीं था, लेकिन वह अन्य तीन आरोपियों के संपर्क में था।

खूनी खेल का मास्टरमाइंड है राज कुशवाहा
पुलिस की जांच में ये भी खुलासा हुआ है कि आनंद ने ही राजा रघुवंशी पर सबसे पहला वार किया था। इस पूरी खूनी खेल का मास्टरमाइंड राज कुशवाहा है। वह लगातार सोनम के संपर्क में बना हुआ था।

गाइड ने किया खुलासा
यहां एक गाइड की गवाही इस मर्डर मिस्ट्री में बड़ा ट्विस्ट लाई। मेघालय के इस गाइड ने बताया कि उसने राजा और सोनम को 23 मई को तीन पुरुषों के साथ जाते देखा था। यहीं से पुलिस को तीनों संदिग्धों तक पहुंचने में मदद मिली।

सोनम खुद को बता रही पीड़ित
वही इस पूरे मामले में सोनम ने खुद को पीड़ित बताया है। उसने कहा है कि, उसका अपहरण हो गया था। सोनम के पिता का कहना है कि उनकी बेटी ऐसा कभी नहीं कर सकती है।

News Desk

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