3 शहर, 3 लव मैरिज और मौत का जाल, इन कातिल बीवियों ने मचाया कोहराम

तीन शहरों की त्रासदी: लव मैरिज से हत्या तक का सफर
देश भर में हाल ही में तीन अलग-अलग शहरों से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं, जो रिश्तों और भावनाओं की गहराई के बारे में गंभीर सवाल खड़े करती हैं। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए सौरभ कुमार हत्याकांड से हर कोई वाकिफ है। एक जालिम पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने सौरभ की जिस तरह से हत्या की है उससे पुलिस तक के होश उड़ गए।
सोचिए जिस सौरभ से पूरा परिवार लाड लड़ाता था, क्या सोचा था कि अंतिम समय में उसका चेहरा भी वह नहीं देख पाएंगे। इस हत्याकांड में एक के बाद एक नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। कभी तंत्र मंत्र तो कभी लव एंगल, कभी हिरोइन बनने की चाह तो कभी पैसों के मोह का एंगल सामने आ रहा है।
हांलाकि, यह पहला मामला नहीं है, जहां अपने ही पति या पार्टनर को किसी ने ऐसे मौत के घाट उतारा हो। औरैया, बेंगलुरु से लेकर मेरठ तक मोहब्बत के टुकड़े-टुकड़े हुए हैं। जिसके साथ जीने मरने की कसमें खाई जाती थीं। रातों की नींदे उड़ाई जाती थीं। जिसके लिए घर-समाज से लड़ा गया। उसी से ना जाने क्यों ऐसी नफरत हुई कि रास्ते से हटाने के लिए गुनाह से भी परहेज नहीं किया। हर हदें पार कर दीं।
चाहे मेरठ की मुस्कान हो या औरैया की प्रगति या फिर बेंगलुरु की यशस्विनी, तीनों ने ऐसा खूनी खेल खेला कि जिसने सुना वही सन्न रह गया। तीनों ने अपने हाथों से ही अपनी मोहब्बत का गला घोंट दिया। ये तीनों शादियां लव मैरिज थीं, जिन्हें कभी प्रेम और आपसी विश्वास का प्रतीक माना गया था। आइए इन घटनाओं को विस्तार से समझते हैं।
मेरठ: मुस्कान और साहिल का काला सच
मेरठ में सौरभ नामक व्यक्ति ने मुस्कान से लव मैरिज की थी। शादी के बाद सौरभ लंदन में नौकरी करने चला गया। इसी दौरान मुस्कान का अपने पुराने दोस्त साहिल से रिश्ता बन गया। जब सौरभ वापस आया, तो मुस्कान और साहिल ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। हत्या के बाद शव के टुकड़े कर ड्रम में सीमेंट से भर दिया गया। इस घटना ने पूरे शहर को दहला कर रख दिया और रिश्तों में विश्वास की कमी को उजागर किया।
औरैया: प्रगति की 15 दिनों की शादी
औरैया में प्रगति ने शादी के सिर्फ 15 दिन बाद ही अपने पति दिलीप की हत्या कर दी। जांच में पता चला कि प्रगति का अनुराग नामक व्यक्ति से पहले से प्रेम संबंध था, जिसे वह शादी के बाद भी खत्म नहीं करना चाहती थी। अपने प्रेमी के साथ रहने की चाहत ने उसे अपने पति की हत्या करने के लिए मजबूर कर दिया।
बेंगलुरु: यशस्विनी की हिम्मत और प्रताड़ना
बेंगलुरु में यशस्विनी ने अपनी मां के साथ मिलकर अपने पति लोकनाथ की हत्या कर दी। शादी के तीन महीने बाद यशस्विनी पति की प्रताड़ना से तंग आ गई। उसने खाने में नींद की गोलियां मिलाकर पति को बेहोश किया और फिर उसकी हत्या कर दी। इस घटना ने घरेलू हिंसा और मानसिक प्रताड़ना जैसे गंभीर मुद्दों को सामने लाया।
रिश्तों में बदलाव और समाज पर प्रभाव
इन तीन घटनाओं ने समाज को झकझोर दिया है। ये केवल व्यक्तिगत त्रासदियां नहीं हैं, बल्कि यह दिखाती हैं कि समाज में रिश्तों की परिभाषा बदल रही है। लव मैरिज में विश्वास और पारदर्शिता की कमी इन त्रासदियों का कारण बनी। क्या यह घटनाएं रिश्तों में भावनात्मक स्थिरता की कमी को दर्शाती हैं या यह केवल समाज की विफलता है जो इन दुखद घटनाओं को जन्म देती है?
मनोवैज्ञानिक और सामाजिक पहलू
इन घटनाओं को केवल अपराध के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। इन घटनाओं में शामिल व्यक्तियों के मनोवैज्ञानिक पहलुओं को समझना जरूरी है। क्या मानसिक स्वास्थ्य, सामाजिक दबाव और प्रताड़ना ने इन व्यक्तियों को इस स्तर तक पहुंचाया?
निष्कर्ष
मेरठ, औरैया और बेंगलुरु की घटनाएं समाज के लिए एक चेतावनी हैं। यह जरूरी है कि हम इन घटनाओं से सबक लें और रिश्तों में विश्वास, पारदर्शिता और आपसी समझ को बढ़ावा दें। समाज को मानसिक स्वास्थ्य और घरेलू हिंसा जैसे मुद्दों के प्रति अधिक संवेदनशील होने की जरूरत है।