मध्य प्रदेश

AI-आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की असीमित संभावनाएं: DGP शर्मा

Security Leadership Summit: 21-22 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में आयोजित भारत की प्रमुख सुरक्षा नेतृत्व समिट में विशिष्ट अतिथि की आसंदी से विशेष सत्र की अध्यक्षता करते हुए अनेक अंतर्राष्ट्रीय और राष्ट्रीय सम्मानों से अलंकृत मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी श्री मनीष शंकर शर्मा ने कहा की वर्तमान परिदृश्य और तकनीकी प्रगति के कारण एक ऐसी अनोखी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसमे सुरक्षा क्षेत्र में देश की सुरक्षा , व्यापारों की सुरक्षा , इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा और संसाधित के बेहतरीन उपयोग की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए AI- आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस और जीपीटी असीमित संभावनाएँ उपलब्ध कराता है । अब आवश्यकता केवल इतनी है कि इसे यूज़ केसेस में परिवर्तित करके उपयोगकर्ताओं के सामने लाना होगा।

सम्मेलन को माननीय प्रधान मंत्री जी से प्रेरणा लेकर “विकसित भारत 2047 के लिए सुरक्षित भारत” के महत्व को रेखांकित करने आयोजित किया गया था और समस्त सत्र और उद्बोधन इस मुख्य धारा पर केंद्रित थे।

उल्लेखनीय है की श्री शर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय मामलों, सुरक्षा और सार्वजनिक नीति निर्माण में कैलिफ़ोर्निया विश्वविद्यालय से दक्षता हासिल करने के बाद विगत वर्षों में AI और जेनरेटिव AI पर गहन अध्ययन , शोध और निरंतर कार्य किया है ।

सम्मेलन में शामिल हुए यह दिग्गज 

इस शीर्ष सम्मेलन में भारत के साइबर सुरक्षा प्रमुख NCSC जनरल नायर, केंद्रीय मंत्रीगण, पूर्व थलसेना अध्यक्ष , पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर , सेवारत वरिष्ठ अधिकारी , अधिवक्तागण, नीति आयोग आदि के सदस्यों , और विषय विशेषज्ञों – जनरल शिवाने, पूर्व ACS भगवान शंकर , मेजर साधना सिंह , अनिल पुरी , श्रीनि महाकाली , प्रोफेसर रुपाली त्रिपाठी , बिमल पुरी , ललित कालरा आदि ने भी शिरकत करी.

भारत की वृद्धि और विकास में सुरक्षा की अहम भूमिका 

अब यह स्पष्ट हो गया है कि हर प्रमुख देश की तरह ही भारत की वृद्धि और विकास में सुरक्षा की अहम भूमिका रहेगी और सुरक्षित, सुदृढ़ और सक्षम भारत के बिना यह विकास यात्रा पूर्ण होने में ना केवल अधिक समय लगेगा अपितु अनेक समस्या भी आसकती हैं।

कई विशेषज्ञ और उद्योगपति हुए शामिल  

आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इस दो दिवसीय सम्मेलन में समस्त देश से विशेषज्ञों के अतिरिक्त सुरक्षा जगत और उद्योग से जुड़ी हुई 800 कम्पिनियों के मालिकों और शीर्ष सदस्यों ने भाग लिया। समिट का आयोजन देश की समस्त सुरक्षा एजेंसियों के राष्ट्रीय संगठन सेंट्रल असोसीएशन ओफ़ प्राइवट सिक्यरिटी इंडस्ट्री द्वारा किया गया था जो अनुमानतः देश के 80 लाख निजी सुरक्षा कर्मियों का प्रतिनिधित्व करता है । संगठन ने एक और अभिनव पहल के माध्यम से भारत के प्रत्येक नागरिक में सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से – नेशनल सिटीजन सिक्योरिटी कल्चर  की भी शुरुआत करने का निर्णय लिया।

News Desk

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