इंदौर में ‘जा के देखो’ कैंपेन को बढ़ावा देने के लिए 700 पब्लिक टॉयलेट में 1 लाख सेल्फी का टारगेट
इंदौर: हर साल 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट-डे मनाया जाता है. इस अवसर पर स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए तरह- तरह के काम किए जाते हैं. इसे देखते हुए मध्य प्रदेश के इंदौर में 'जा के देखो' नाम से एक कैंपेन शुरु किया है. इसके तहत इस दिन शहर के 700 पब्लिक टॉयलेट में 1 लाख लोग सेल्फी लेने जा सकते हैं. बता दें कि इंदौर शहर पूरे देश में सबसे स्वच्छ शहर है. जानिए क्या है इस कैंपेन का उद्देश्य.
वर्ल्ड टॉयलेट-डे पर पब्लिक टॉयलेट्स में सेल्फी
मध्य प्रदेश से इंदौर में स्वच्छता को लेकर लगातार काम किया जाता रहा है. जिसकी वजह से शहर पूरे देश में साफ-सफाई के मामले में पहले स्थान पर है. यहां पर नगर निगम के द्वारा 'जा के देखो' नाम से कैंपेन शुरु किया गया है. इसका उद्देश्य है स्वच्छता को बढ़ावा देना. 19 नवंबर को वर्ल्ड टॉयलेट-डे है, ऐसे में यहां पर 700 पब्लिक टॉयलेट में 1 लाख लोगों के सेल्फी लेने का टारगेट रखा गया है. इससे पहले कहीं पर टूटे फूटे पब्लिक टॉयलेट को मेंटेन और उसकी साफ सफाई इंदौर नगर निगम कर रही हैं. बता दें कि 'जा के देखो' कैम्पेन में कॉरपोरेट, विधायक और सांसद से अपील होगी कि वे पब्लिक टॉयलेट में जाएं उपयोग करें और फीडबैक साझा करें. इसके अलावा इंदौर शहर में विश्व शौचालय दिवस को देखते हुए अन्य कार्यक्रम के लिए इंदौर नगर निगम के काई अधिकारी शहर के विभिन्न स्ठानों में बनें पब्लिक टॉयलेट में पहुंचे हैं. अधिकारी टॉयलेट की कमियां नोट कर रहे हैं और उसे दूर करने के लिए निगम को बता रहे हैं.
'जा के देखो' अभियान के तहत पब्लिक टॉयलेट्स का निरीक्षण
आगामी आयोजन को देखते हुए 'जा के देखो' अभियान का निरीक्षण करने के लिए ADJ मिश्रा के संग जोनल कार्यालय पर तैनात अधिकारियों के साथ अलग-अलग स्ठानों में बनें पब्लिक टॉयलेट में निरीक्षण के लिए पहुंचे हैं. इंदौर नगर निगम आयुक्त ने कहा कि " विश्व शौचालय दिवस" को ध्यान में रखकर इंदौर के सभी सुविधा घरों को और सुविधाजनक बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं. बता दें निरीक्षण के समय टॉयलेट में जो भी समस्या नजर आएगी उसके समाधान के लिए दिशा निर्देश दिए जाएंगे. टॉयलेट में लगे अंदर और बाहर के प्रेशर पाइप में दूसरा पाइप डालकर साफ सफाई की जाएगी.
मानव स्वच्छता को ध्यान में रखकर 2001 में इस दिन को मनाने की शुरुआत की गई थी. इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगें के पर्सनल हाइजीन और स्वच्छता रखने से है. लोगों को टॉयलेट का उपयोग बताने उनके स्वास्थ्य को किसी भी करण से प्रभावित होने से बचाने के लिए विश्व शौचालय दिवस मनाया जाता है.