छत्तीसगढ़

हर-घर पानी ग्राम मातला की कहानी

बीजापुर

जिला मुख्यालय से लगभग 20 कि.मी. दूरी पर बसे ग्राम मातला जहां लोग इस ग्राम में जाने के लिए पगडंडी का सहारा लेते है, पैदल 2 कि.मी. चलकर इस ग्राम तक पहुँचा जाता है। इस ग्राम में 15 परिवार निवासरत है और लगभग 68 लोग यहाँ जीवन यापन करते है,  केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन ग्राम तक पहुंचने से लोगों में खुशी का माहौल है।

पूर्व में पेयजल की समस्या थी अब राहत:- ग्रामीण दूरगुम माडवी बताते है कि हमारे ग्राम में पहले सिर्फ 2 हैण्डपंप स्थापित थे जहाँ से हमे पीने के लिए पानी की सुविधा मिलती थी। हमें पीने के पानी के लिए दूर-दूर जाना पड़ता था और अन्य कार्य के उपयोग के लिए नदी नाले का सहारा लेना पड़ता था, लेकिन अब जल जीवन मिशन योजना से स्वच्छ जल, हमारे घरों में पहुुँच गया है जिससे हमें घर में ही पीने के लिए शुद्ध पेयजल प्रदाय हो रहा है। पानी के लिए जद्दोजहद से मुक्ति मिलने से हम सभी खुश हैं।

मिशन को पूर्ण करने ग्रामवासियों का योगदान
लोकस्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कर्मचारी बताते है कि ग्राम मातला में जल जीवन मिशन कार्यों के विस्तार में ग्रामवासियों को कार्य आसानी से पूर्ण हो पाया कोवासी सन्नू की इस योजना के विस्तार में महत्वपूर्ण स्वयं के बाड़ी को नुकसान कराकर पाईप लाईन गढ्ढ़े खोदाई करने दिये जिससे पुजारी पारा में निवासरत लोगों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है।

जल जीवन मिशन की उपलब्धियॉ
विकास खण्ड बीजापुर में ग्राम पंचायत मिड़ते के आश्रित ग्राम मातला में केन्द्र सरकार की महत्वकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के द्वारा ग्राम में निवासरत 15 परिवारों को पेयजल सुविधा प्रदाय हो रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्राम सभा के माध्यम से 25 सितंबर 2024 को हर-घर जल प्रमाणीकरण घोषित किया गया इस दौरान विभाग के उपअभियंता, कर्मचारी तथा ग्राम के सरपंच सुकलू वाचम, रंजीता कोवासी, सन्नू माडवी, दूरगम, गुटकी माडवी के साथ ग्रामीण जन उपस्थित रहे।

News Desk

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